शोधकर्ता, दुनिया भर के छोटे बच्चों में अनएक्सप्लेंड एक्यूट हेपेटाइटिस के बढ़ते मामलों को समझने में लगे हुए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) और यूके हेल्थ सिक्योरिटी एजेंसी सहित प्रमुख स्वास्थ्य अधिकारियों ने अलर्ट जारी किया है, क्योंकि दुनिया भर के देशों में मामले बढ़ रहे हैं.
इन रोगियों में किसी भी ज्ञात हेपेटाइटिस वायरस (ए - ई) का पता नहीं चला है, और शोधकर्ता भी तक यह पता नहीं लगा पाए हैं कि वास्तव में इस बीमारी के तेजी से फैलने का कारण क्या है.
एक नए स्टडी से पता चलता है कि यह बीमारी COVID-19 से जुड़ी हो सकती है.
छोटे बच्चों में एक्यूट हेपेटाइटिस: हम क्या जानते हैं?
एक्यूट हेपेटाइटिस तब होता है, जब लिवर में सूजन होती है, जिसके परिणामस्वरूप रक्त में लिवर एंजाइमों का स्तर बढ़ जाता है. रोग मुख्य रूप से हेपेटाइटिस वायरस में से एक के कारण होता है, या कुछ ऑटोइम्यून स्थितियों में.
ध्यान देने योग्य सामान्य लक्षण हैं:
पेट में दर्द
दस्त और उल्टी
जॉन्डिस
थकान
भूख में कमी
जोड़ों में दर्द
गहरे रंग का पेशाब
इससे पहले कि हम नया अध्ययन देखें, बच्चों में एक्यूट हेपेटाइटिस में अस्पष्टीकृत वृद्धि के बारे में हम जो जानते हैं, उसके बारे में यहां संक्षेप में बताया गया है.
पहला मामला अक्टूबर 2021 में अमेरिका के अलाबामा में सामने आया था. जल्दी ही अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोप के अन्य देशों में ऐसे कई मामले सामने आए.
उसके बाद जापान और इंडोनेशिया जैसे एशिया के देशों में भी इसके मामले देखे गए.
यूरोप, एशिया और अमेरिका में अब तक 200 से अधिक मामले सामने आए हैं. WHO के मुताबिक, इनमें से करीब 10 प्रतिशत रोगियों को लीवर ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ी.
हालांकि इन बच्चों में हेपेटाइटिस के सामान्य रूप नहीं पाए गए, दो तिहाई बच्चों ने एडिनोवायरस 41F के लिए पॉजिटिव टेस्ट किया - जो सामान्य सर्दी और फ्लू जैसे लक्षणों के लिए जिम्मेदार होते हैं.
यह एडिनोवायरस आमतौर पर लिवर को प्रभावित नहीं करता है, इसलिए बिना और जांच के अभी यह नहीं कहा जा सकता कि एक्यूट हेपेटाइटिस के पीछे इस वायरस का ही हाथ है.
इस बीच, शोधकर्ता अन्य स्पष्टीकरण और संभावित कारणों की भी खोज कर रहे हैं.
अध्ययन में क्या पाया गया है
सबूत बताते हैं कि कोविड एक मल्टी सिस्टम संक्रमण है, और यह किसी भी अंग को छोटी और लंबी अवधि तक प्रभावित कर सकता है.
तो, क्या कोविड हेपेटाइटिस का भी कारण बन सकता है? हां, अध्ययन शोधकर्ताओं का कहना है.
इस अध्ययन में 1-10 साल की उम्र के बीच के 796,369 बच्चे शामिल थे.
उनमें से 245,675 बच्चे 11 मार्च, 2020 - 11 मार्च, 2022 के बीच कोविड-19 से संक्रमित हुए थे.
550,694 को उसी दौरान गैर-कोविड अन्य श्वसन संक्रमण (ORI) हुआ था.
परिणाम: ORI वाले बच्चों की तुलना में, कोविड-19 वाले बच्चों में लिवर डैमेज के दो संकेतक - एलिवेटेड एलेनिन ट्रांसएमिनेस (ALT) और कुल बिलीरुबिन, का जोखिम काफी अधिक पाया गया.
हालांकि, शोधकर्ता अभी तक इन निष्कर्षों को एक्यूट हेपेटाइटिस के उभरते मामलों से निर्णायक रूप से जोड़ने में सक्षम नहीं रहे हैं.
स्थिति और भी भ्रमित तब हो गई जब पता चला कि एक्यूट हेपेटाइटिस वाले अधिकांश बच्चों ने कोविड के लिए पॉजिटिव टेस्ट नहीं किया.
इतने छोटे बच्चों (10 वर्ष से कम) में कोविड दुर्लभ होता है, लेकिन विशेषज्ञ इस संभावना से पूरी तरह से इंकार नहीं कर रहे हैं कि इनमें से कुछ बच्चों में असिम्प्टोमैटिक या बहुत हल्का कोविड हो सकता है, जिस पर किसी का ध्यान नहीं गया हो.
द लैंसेट गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंड हेपेटोलॉजी में प्रकाशित एक अन्य समान अध्ययन में पाया गया कि यूके में लगभग 18 प्रतिशत रोगियों ने वास्तव में कोविड के लिए पॉजिटिव टेस्ट किया.
इजराइल में, एक अध्ययन के अनुसार, बारह में से ग्यारह लोगों को हाल के महीनों में कोविड-19 हुआ था.
अध्ययन शोधकर्ताओं को लगता है कि कोविड के बाद वायरल रेजर्व्वार फॉर्मेशन एक्यूट हेपेटाइटिस के इन मामलों का एक कारण हो सकता है.
"गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में SARS-CoV-2 वायरस की मौजूदगी इंटेस्टाइनल एपिथीलियम में वायरल प्रोटीन की बार-बार रिहाई का कारण बन सकती है, जिससे इम्यून एक्टिवेशन होता है."लैंसेट अध्ययन के लेखक
बार-बार इम्यून एक्टिवेशन को पहले बच्चों में मल्टी सिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम (MIS-C) से जोड़ा गया है, जिससे कुछ मामलों में लिवर फेल भी हो सकता है.
हालांकि, इस सिद्धांत को अधिक निर्णायक रूप से स्थापित करने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है.
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