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Asthma: सर्दियों में अस्थमा के मरीज कैसे रखें अपना ख्याल? जानें डॉक्टर की सलाह

ठंड के मौसम में जैसे-जैसे सर्दियां बढ़ती है, वैसे-वैसे अस्थमा की समस्या भी बढ़ती जाती है.

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सर्दियां, गर्मियों की हीट और ह्यूमिडिटी से बेशक राहत देती हैं. लेकिन इस मौसम में ठंडी और ड्राई हवा का हमारी सांस की नली पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है. सीने में घरघराहट, खांसी से लेकर सर्दी और फ्लू तक, ऐसे कई ट्रिगर हैं, जो अस्थमा के अटैक का खतरा बढ़ाते हैं. अगर आप अस्थमा से पीड़ित हैं, तो संक्रमण और लक्षण साल भर बने रह सकते हैं, लेकिन सर्दी इसे ट्रिगर करती है और खतरनाक बना देती है. सर्दियों में अस्थमा के लक्षण क्यों बिगड़ जाते हैं? सर्दियों के मौसम में अस्थमा के किन लक्षणों से सावधान रहना चाहिए? क्या मौसमी फ्लू के कारण अस्थमा पीड़ितों की हालत बिगड़ सकती है? सर्दियों में अस्थमा के मरीजों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? आइए जानते हैं एक्सपर्ट से.

सर्दियों में अस्थमा के लक्षण क्यों बिगड़ जाते हैं?

ठंड का मौसम इस बीमारी को ट्रिगर करता है. अस्थमा के ज्यादातर मरीजों को सर्दियां आते ही हर दूसरे दिन अस्थमा के अटैक आने लगते हैं. जैसे-जैसे सर्दियां बढ़ती है, वैसे-वैसे अस्थमा की समस्या भी बढ़ती जाती है.

"सर्दियों में अस्थमा के बढ़ जाने के 4 मुख्य कारण होते हैं."
डॉ. विवेक नांगिया, प्रिंसिपल डायरेक्टर एंड हेड- इंस्टिट्यूट ऑफ रेस्पिरेटरी, मैक्स हॉस्पिटल, साकेत

डॉ. विवेक नांगिया आगे कहते हैं, सर्दियों में बाहर की ठंडी और ड्राई हवा जो हमारी सांस की नालियों में सिकुड़न पैदा करती है. साथ ही म्यूकस को भी मोटा कर देती है, जिसकी वजह से सांस लेने में रुकावट आनी शुरू हो जाती है. बाहर का प्रदूषण लेवल भी बढ़ना शुरू हो जाता है और जब वो फॉग के साथ मिलता है, जिसको हम स्मोग कहते हैं, तो वो हमारे लंग्स को बहुत नुकसान पहुंचाता है. घर के अंदर का वायु प्रदूषण जो कि घर के खिड़की-दरवाजे को बंद रखने से पैदा होता है और वायरल इन्फेक्शन जो इस सीजन में फैले होते हैं वो भी अस्थमा अटैक का कारण बनते हैं.

सर्दियों के मौसम में अस्थमा के किन लक्षणों से सावधान रहना चाहिए?

डॉ. विवेक नांगिया के अनुसार अस्थमा के आम लक्षणों में शामिल हैं, खांसी-जुकाम, गला खराब होना, बलगम का लंग्स में जाना जिससे सांस की नालियों में सिकुड़न आ जाती है. इस कारण सांस लेने में रुकावट आनी शुरू हो जाती है और लोगों का दम फूलना शुरू हो जाता है.

ठंड के मौसम में सांस लेने में तकलीफ होना, खांसी आना ये सब अस्थमा अटैक के लक्षण हो सकते हैं.
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क्या मौसमी फ्लू के कारण अस्थमा पीड़ितों की हालत बिगड़ सकती है?

मौसमी फ्लू सर्दी-जुकाम का एक आम कारण है और यह अस्थमा के लक्षणों और अटैक के प्रमुख ट्रिगर्स में से एक हैं. यदि अस्थमा पीड़ित ठंड और फ्लू के वायरस के संपर्क में आता है, जो इस वक्त फैल रहे होते हैं, तो उन्हें इन्फेक्शन और निमोनिया होने का खतरा भी होता है. इसलिए चाहे छोटा हो या बड़ा, किसी भी तरह का संक्रमण होने पर डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है.

सर्दियों में अस्थमा के मरीज कैसे रखें अपना ख्याल?

डॉक्टर की बताई गई सावधानियां बरतें और क्विक रिलीफ इन्हेलर हमेशा अपने पास रखें. डॉक्टर ने सर्दियों में अस्थमा के अटैक से बचने के लिए ये 13 उपाय बताए हैं.

  • स्मोग में बाहर न निकलें

  • थकाने वाले फिजिकल एक्टिविटी बाहर न करें

  • बाहर N95 मास्क पहन कर निकलें

  • खुद को गर्म रखें

  • सिर, गला और छाती को ढक कर रखें

  • खाने-पीने की ठंडी चीजों का सेवन न करें

  • धूल, धुआं और मिट्टी से बचें

  • अलाव से दूर रहें

  • फ्लू वैक्सीन लगवाएं

  • क्विक रिलीफ इनहेलर का इस्तेमाल करें

  • घर में धूल जमा न होने दें

  • घर में झाड़ू की जगह पोंछा या वैक्यूम क्लीनर का उपयोग करें

  • घर के अंदर वेंटिलेशन बनाए रखें

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