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World Sleep Day: रात में 8 घंटे की नींद के बाद भी सुबह थकान क्यों महसूस होती है?

Obstructive Sleep Apnea: ⁠8 घंटे की नींद के बाद भी थकान लगे तो क्या करें?

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World Sleep Day 2024: रात में 6-8 घंटे की नींद लेने के बाद भी जब सुबह थकान और सुस्ती छाई रहे तो पूरा रूटीन बिगड़ जाता है. चिड़चिड़ापन, लो एनर्जी और हर समय नींद आते रहने से काम में बाधा आने लगती है.

नींद से जुड़ी समस्या कई बार किसी मामूली सी बात के कारण होती है पर कई बार ऐसा भी होता है कि समस्या अंदरूनी हो, जिसे मेडिकल एक्सपर्ट की सलाह और टेस्ट्स की जरूरत हो सकती है.

फिट हिंदी ने वर्ल्ड स्लीप डे पर स्लीप एक्सपर्ट्स से बात की और जाना रात भर सोने के बाद भी सुबह होने वाली थकान का कारण क्या है और इस समस्या से कैसे निपटें.

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रात में 8 घंटे सोने के बाद भी सुबह क्यों लगती है थकान?

ज्यादा काम करने के बाद थकान महसूस होना आम बात है लेकिन कुछ लोगों को हर समय सुस्ती और थकान महसूस होती है. रात में 8 घंटे की नींद लेने के बाद भी सुबह उठने पर लो एनर्जी के साथ दिन की शुरुआत होने पर दिन काटना बोझ सा लगता है.

"कुछ लोगों को रात में 6 से 8 घंटे सोने के बाद भी थकान महसूस होती है जिसके पीछे कई कारण हो सकते हैं. कई बार ऐसा इनसोम्निया और स्लीप एपनिया के कारण भी होता है."
डॉ. मयंक सक्सेना, एडिशनल डायरेक्टर– पल्मनोलॉजी, फोर्टिस हॉस्पिटल, नोएडा

डॉ. प्रतिभा डोगरा बताती हैं, "कई बार अगर कोई इंसान रात को 8 घंटे सो रहा है लेकिन फिर भी थकान हो रही है, इसका मतलब है उसकी क्वालिटी ऑफ स्लीप है वो अच्छी नहीं है. ये चीज हम ज्यादातर उन लोगों में देखते हैं, जिनको खर्राटे आते हैं, जिसकी वजह से ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप अपनिया भी हो जाता है".

"खर्राटे का ये मतलब नहीं है कि बहुत गहरी नींद है, बहुत पक्की नींद है. खर्राटे का मतलब है कि रात को सोते हुए कहीं न कहीं आपकी सांस में रुकावट आ रही है जिसकी वजह से हमारा ब्रेन काम पर लगा रहता है."
डॉ. प्रतिभा डोगरा, सीनियर कंसलटेंट- पल्मोनोलॉजी और स्लीप मेडिसिन एक्सपर्ट - मैरिंगो एशिया अस्पताल, गुरुग्राम

खर्राटे की वजह से क्वालिटी ऑफ स्लीप बहुत अच्छी नहीं होती इसलिए सुबह 8 घंटे बाद उठने पर थकान और सुस्ती महसूस होती है.

कई बार स्ट्रेस की वजह से अच्छी नींद नहीं आती है जिस कारण सुबह उठने पर भी थकान महसूस होती है.

सुबह उठ कर थकान लगने के कारणों में ये वजहें शामिल हैं:

  • इंसोम्निया की समस्या, नींद के दौरान बार-बार उठना, गहरी नींद न आना, खर्राटे और स्लीप एपनिया होना.

  • अत्यधिक थकान से जुड़ा सिंड्रोम और फाइब्रोमाइलजिया

  • स्ट्रेस

  • हाई ब्लड शुगर, थाइरॉयड की समस्या, एनीमिया (हीमोग्लोबिन का कम स्तर) जैसी शारीरिक समस्याएं और दूसरे कार्डियो-पल्मनरी समस्याएं

  • लॉन्ग कोविड के लक्षणों के कारण

वयस्कों के लिए कितने घंटे सोना जरूरी है?

एक्सपर्ट्स कहते हैं कि इंसानी शरीर को सामान्य तरीके से काम करने के लिए 6-8 घंटे तक लगातार सोने की सलाह दी जाती है.

"कुछ लोग अपनी 4-4 घंटे के दो हिस्से में पूरी करते हैं यानी सुबह 4 घंटे और रात में 4 घंटे, जो सही नहीं है."
डॉ. मयंक सक्सेना, एडिशनल डायरेक्टर– पल्मनोलॉजी, फोर्टिस हॉस्पिटल, नोएडा

इसके अलावा एक्सपर्ट बताते हैं कि शिफ्ट में काम करने वाले लोग जो रात में देर से सोते हैं या सुबह सोने जाते हैं, उनके लिए लगातार 6 से 8 घंटे की नींद लेना मुश्किल हो जाता है. इस वजह से उन्हें दिन के समय नींद आने, कमजोरी और काम में गड़बड़ी जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

वयस्कों के लिये 6 से 8 घंटे की नींद जरूरी होती है.

"हर एक व्यक्ति की रेक्विरेमेंट ऑफ स्लीप अलग अलग होती है, कामकाजी वयस्क लोगों को 6-8 घण्टे की नींद जरूर लेनी चाहिए."
डॉ. प्रतिभा डोगरा, सीनियर कंसलटेंट- पल्मोनोलॉजी और स्लीप मेडिसिन एक्सपर्ट - मैरिंगो एशिया अस्पताल, गुरुग्राम
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  कब करें डॉक्टर से संपर्क?

हमारे दोनों एक्सपर्ट्स कहते हैं कि रात में नींद लेने के बावजूद अगर सुबह थकान महसूस हो तो डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए.

ऐसे लक्षण दिखें तो डॉक्टर से मिलें:

  • दिन में नींद आती रहती है

  • टहलने पर थकान महसूस होती हो, शरीर और जोड़ों में लगातार दर्द रहे

  • काम पर असर पड़ रहा हो

  • स्ट्रेस और एंजाइटी की समस्या बढ़ रही हो

8 घंटे के बाद भी नींद पूरी नहीं हो रही तो रेस्पिरेटरी या स्लीप एक्सपर्ट से मिलना चाहिए.

अच्छी नींद और सुबह फ्रेश महसूस करने के लिए क्या करें?

  • डिनर 7-8 बजे तक कर लें. सोने से 2-3 घंटे पहले रात का खाना खा लें.

  • अच्छी नींद का ख्याल रखें. आपका सोने का बिस्तर साफ होना चाहिए और 10 बजे के बाद इलेक्ट्रॉनिक गैजेट का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए, सोने का कमरा शांत होना चाहिए और थोड़ी देर मेडिटेशन करके रात के 10 बजे सोने चले जाएं.

"सबसे पहले तो यह कोशिश करनी चाहिए कि हमारा जो पूरा दिन है वह बिना तनाव के बीते, इसके अलावा कुछ शारीरिक व्यायाम या योग करें जिसे आपका मन और शरीर आराम महसूस करें."
डॉ. प्रतिभा डोगरा, सीनियर कंसलटेंट- पल्मोनोलॉजी और स्लीप मेडिसिन एक्सपर्ट - मैरिंगो एशिया अस्पताल, गुरुग्राम
  • रेगुलर एक्सरसाइज और योग करें

  • कुछ तरह के खाने से परहेज करें– जंक फूड, कॉफी और चाय जैसी कैफीन संबंधी चीजें और सोने से पहले एल्कोहॉल

  • जहां तक हो स्ट्रेस से दूर रहें

नींद को बेहतर करने के लिए जरूरी है अपने दिन को बेहतर बनाना.

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