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पीएम मोदी के ‘भीम’ को गौर से पहचानिए, फेक वर्जन से जरा बचके

नोटबंदी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए 30 दिसम्बर को भीम ऐप लॉन्‍च किया

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नोटबंदी के बाद से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैशलेस इकोनॉमी की बात कर रहे हैं. इसी दिशा में 30 दिसम्बर को उन्होंने एक मोबाइल ऐप लॉन्‍च किया. इसका नाम 'भारत इंटरफेस फॉर मनी' मतलब 'भीम' रखा गया. लेकिन इस ऐप के लॉन्च होने के एक हफ्ते के अंदर ही दो दर्जन से ज्यादा नकली ऐप गूगल प्ले स्टोर पर आ चुके हैं.

और कितने 'भीम' ऐप हैं?

अपने मोबाइल में जब आप गूगल प्ले स्टोर पर सर्च ऑप्शन में BHIM App लिखेंगे, तो भीम ऐप के साथ-साथ मोदी भीम, भीम मोदी, भीम यूपीआई गाइड, भीम गाइड, भीम ऐप चैट मैसेंजर जैसे ढेरों ऐप मिल जायेंगे.

इनमें से कुछ ऐप को तो यूजर्स ने डाउनलोड भी किया है. मोदी भीम ऐप को तो 4,228 लोगों ने अभी तक डाउनलोड किया है. ऐसे में यूजर के लिए ये पहचानना मुश्किल हो सकता है कि असली भीम एेप कौन-सा है?

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कैसे करें असली 'भीम' की पहचान?

भीम ऐप की पहचान करना बहुत आसान है. गूगल प्ले स्टोर में जाकर भीम ऐप टाइप करें, फिर सब से पहले नेशनल पेमेंट्स कार्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) सर्टिफिकेशन देखें और साथ ही यह भी देखें कि भीम ऐप का लोगो नीचे दी गई तस्वीर के जैसा है या नहीं.

यह सब पुष्टि हो जाने के बाद आप कैशलेस ट्रांजेक्शन के लिए भीम ऐप डाउनलोड कर सकते हैं.

सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जाने वाला ऐप बना भीम

अपने लॉन्च के दो दिन के अंदर ही भीम ऐप गूगल प्ले स्टोर पर डाउनलोड किए जाने वाला टॉप ऐप में शामिल हो गया था. भीम ऐप ने रिलायंस जियो के 'माई जियो' ऐप, वॉट्सऐप, मैसेंजर और फेसबुक को पछाड़कर पहली पोजिशन हासिल की है.

डिजिटल लेन-देन के लिए यह एप्लि‍केशन कितना कामयाब होगा, यह तो बाद में पता चलेगा, लेकिन अभी इससे मिलते जुलते फेक एप्लि‍केशन से बचना होगा.

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