मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान पुलिस की गोलीबारी में मारे गए किसानों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया.
बता दें कि मंदसौर में किसान आंदोलन में भड़की हिंसा के बाद से धारा 144 लगी हुई थी. लेकिन शिवराज सिंह चौहान के आने से पहले ये धारा हटा दी गई.
शिवराज सिंह अपने दो दिन के दौरे पर हैं. शिवराज का उन गांवों में जाने का कार्यक्रम है, जिन गांवों के किसान पुलिस की कार्रवाई का शिकार बने थे.
पीड़ित परिवार ने शिवराज के सामने रखी 3 मांगें
किसान आंदोलन के दौरान पुलिस फायरिंग में 6 किसानों की मौत हो गई थी. इनमें 32 साल के घनश्याम, 40 साल के कन्हैयालाल, 5 साल के बबलू टकरावद, 17 साल के अभिषेक बरखेड़ापंत और चैनराम की पुलिस की गोली लगने से मौत हो गई थी. अब परिजनों ने सीएम के सामने ये 3 मांगें रखी हैं:
- सरकार घनश्याम के 5 साल के बेटे और 2 महीने की बेटी की पूरी जिम्मेदारी ले.
- सरकार उन पुलिसवालों पर आपराधिक केस दर्ज करे, जिन्होंने घनश्याम की पिटाई की.
- आंदोलन के दौरान जेल में बंद किसानों को रिहा किया जाए.
सरकार पहले ही दे चुकी है 1 करोड़ की सहायता राशि
राज्य सरकार ने किसान आंदोलन में मंदसौर जिले के मरने वाले 6 लोगों में से हर पीड़ित परिवार के लिए एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है.
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