शारजाह का क्रिकेट स्टेडियम. आखिरी 4 गेंद, जीत के लिए चाहिए 6 रन. जो हारा वो खेल से बाहर, जो जीता वो आइपीएल 2021 (IPL 2021) के फाइनल में. दिल्ली कैपिटल्स के ऑफ स्पिनर आर अश्विन के जादुई हाथों में गेंद. सामने कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के शाकिब. अगली गेंद और शाकिब मैदान से बाहर यानी आउट. फिर अगली गेंद पर एक और खिलाड़ी अश्विन का शिकार. एक खेमे में शोर तो दूसरी तरफ सन्नाटा. माहौल टेंस. केकेआर का जीता हुआ मैच मानो हाथ से निकल रहा हो. धड़कनें रुक सी गई हों. 2 गेंद पर जीत के लिए चाहिए 6 रन. अब सामने क्रीज पर राहुल त्रिपाठी. लेकिन यहां जो हुआ वो शायद ही किसी ने सोचा होगा.
अश्विन ने कलाई घुमाई, गेंद हवा में. राहुल त्रिपाठी का गेंद पर प्रहार. गेंद सीधा लॉन्ग ऑफ के ऊपर से मैदान के बाहर. यानी छक्का और दिल्ली कैपिटल्स का फाइनल का सपना चूर चूर. राहुल त्रिपाठी के एक छक्के ने केकेआर को तीसरी बार आईपीएल के फाइनल में पहुंचाया है.
आईपीएल 2021 (IPL 2021) का क्वालिफायर-2 गजब नाटकीय अंदाज में खत्म हुआ. 136 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) ने दिल्ली कैपिटल्स को तीन विकेट से हराकर फाइनल में जगह बना लिया.
राहुल त्रिपाठी ने अश्विन के हैट्रिक गेंद पर लगाया छक्का
136 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी केकेआर (KKR) की टीम के बल्लेबाजी की शुरुआत बहुत समझ बूझ वाली हुई. केकेआर का पहला विकेट 96 के स्कोर पर गिरा था. इसके बाद दूसरा विकेट 123 के स्कोर पर गिरा. टीम को जीत के लिए 25 गेंदों पर 13 रन ही बनाने थे और आठ विकेट हाथ में थे. लेकिन यहां दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाजों ने मैच में वापसी की. आखिरी के तीन ओवर में केकेआर के चार विकेट झटक लिए. पूरा मैच ही पलट चुका था.
लेकिन राहुल त्रिपाठी एक छोड़ पर खेलते रहे. आखिरी ओवर में जीत के लिए 7 रन चाहिए थे. ऑफ स्पिनर आर अश्विन की पहली गेंद पर राहुल त्रिपाठी ने एक रन लिया. दूसरी गेंद पर शाकिब रन नहीं बना सके. तीसरे गेंद पर शाकिब (0) पर एलबीडब्ल्यू हो गए. अब 3 गेंद पर 6 रन बनाने थे. चौथी गेंद पर सुनील नरेन (0) लॉन्ग ऑफ पर आउट कैच लपके गए. अब अश्विन हैट्रिक के नजदीक थे और केकेआर को 2 गेंद पर जीत के लिए 6 रन बनाने थे. लेकिन राहुल त्रिपाठी (12) ने पांचवीं गेंद पर छक्का लगाकर केकेआर को फाइनल में पहुंचा दिया. केकेआर ने जीत के लक्ष्य को 19.5 ओवर में हासिल कर लिया.
केकेआर की टीम इससे पहले 2012 और 2014 में फाइनल में पहुंची थी और दोनों ही बार वो चैंपियन भी बनी थी.
मैच में सबसे ज्यादा 55 रन बनाने वाले वेंकटेश अय्यर को 'मैन ऑफ़ द मैच' चुना गया, वहीं शुभमन गिल ने 46 रनों की पारी खेली. राहुल त्रिपाठी 11 गेंदों में 12 रन बनाकर नॉट आउट रहे.
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