ADVERTISEMENTREMOVE AD

CCD जाने वालों को आज उसके मालिक सिद्धार्थ बहुत याद आ रहे हैं

लापता हैं कैफे कॉफी डे के फाउंडर वीजी सिद्धार्थ

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

अ लॉट कैन हैप्पन ओवर कॉफी... कैफे कॉफी डे की ये टैगलाइन वाकई सच है. कैफे कॉफी डे ने ऐसी कई कहानियां बनाई हैं. यहां किसी के दिल मिले तो किसी को शानदार बिजनेस आइडिया मिला. कैफे कॉफी डे के मालिक वीजी सिद्धार्थ के लापता होने से दुखी लोग सीसीडी से जुड़ी अपनी यादें सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कैफे कॉफी डे यानी कि सीसीडी के फाउंडर वीजी सिद्धार्थ 29 जुलाई की रात से लापता हैं. लापता होने से पहले सिद्धार्थ ने अपने कर्मचारियों को एक चिट्ठी लिखी थी. इस चिट्ठी में उन्होंने कहा कि वो हार गए हैं. इसके साथ ही आयकर विभाग के अधिकारियों द्वारा 'उत्पीड़न' की बात लिखी है.

सिद्धार्थ की गुमशुदगी के बाद से सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इस कॉफी हाउस से जुड़ी अपनी यादें ताजा कीं. ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ एक्ट्रेस सुजैन बर्नेट ने ट्विटर पर लिखा,

‘जब मैं मुंबई आई थी 2004 में तब कोई मॉल नहीं था, तब सीसीडी मेरी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन गया था. फाउंडर के लापता होने की खबर से शॉक्ड हूं. उन्होंने मिलने, बात करने और कॉफी पीने की एक जगह दी.’

सोशल मीडिया यूजर्स ने शेयर की यादें

कॉफी कैफे कल्चर को भारत में लेकर आए सिद्धार्थ

एक यूजर ने लिखा, ‘आपके अंदर जो छिपा है, वो उससे एकदम अलग है जो आप दुनिया को दिखाते हैं. एक ऐसे शख्स के तौर पर, जो सीसीडी आउटलेट पर अक्सर जाता हो, जिसकी वहां कई सफल मीटिंग हुईं और दोस्तों के साथ मजे किए, ये खबर सुनकर दुख हुआ. उम्मीद करता हूं कि वीजी सिद्धार्थ ठीक हों.’

ADVERTISEMENTREMOVE AD

एक यूजर ने लिखा, ‘अगर आप वाकई वीजी सिद्धार्थ को सम्मान देना चाहते हैं, तो कैफे कॉफी में जाकर एक कप कॉफी पी लीजिए.’

ADVERTISEMENTREMOVE AD

कार से टहलने के लिए उतरे

जानकारी के मुताबिक वीजी सिद्धार्थ रास्ते में अपनी कार से कुछ देर के लिए उतरे थे. जिसके बाद वो टलहते-टहलते कुछ आगे निकल गए. इसके बाद से उनका कुछ भी पता नहीं चला. उनका मोबाइल भी तभी से स्विच ऑफ है. पुलिस अब उनके मोबाइल की आखिरी लोकेशन का पता लगाने में जुटी है. इसके अलावा उनकी कॉल डीटेल्स भी खंगाली जा रही हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×