ADVERTISEMENTREMOVE AD

#MeToo।सोशल मीडिया पर मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं भगत: इरा

#MeToo कैंपेन में इरा त्रिवेदी ने चेतन भगत पर लगाए थे यौन शोषण के आरोप

छोटा
मध्यम
बड़ा
ADVERTISEMENTREMOVE AD

मैंने 13 अक्टूबर को आउटलुक में लिखे अपने आर्टिकल में चेतन भगत पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, जिसके जवाब में उन्होंने अपने 12.3 मिलियन फॉलोअर्स से झूठ बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि मैं उनसे 'किस' चाहती थी. इस एक ट्वीट से उन्होंने मुझे बदनाम किया, शर्मिंदा किया और दोबारा मेरा उत्पीड़न किया.

नीचे वो सब ईमेल हैं, जो मैंने किए और उस पर चेतन भगत ने जवाब दिए.

#MeToo कैंपेन में इरा त्रिवेदी ने चेतन भगत पर लगाए थे यौन शोषण के आरोप

ये है चेतन भगत का जवाब:

#MeToo कैंपेन में इरा त्रिवेदी ने चेतन भगत पर लगाए थे यौन शोषण के आरोप
ऊपर इस मेल में चेतन भगत ने लिखा है कि वो बिजी थे. उन्होंने अपनी एक्स योगा टीचर के साथ समय बिताया. साथ ही उन्होंने बताया कि उन्हें अनुषा के जन्मदिन पर जाना है. इसके बाद वो Miss u.... लिखते हैं.
ADVERTISEMENTREMOVE AD

ये रहा मेरा जवाब:

#MeToo कैंपेन में इरा त्रिवेदी ने चेतन भगत पर लगाए थे यौन शोषण के आरोप
अरे वाह, कल उनका जन्मदिन है, बहुत बेहतरीन होगा.  मेरे पास पास कुछ आर्टिकल थे और नोवेल का काम था, लेकिन काम करने का मन नहीं किया. साथ में दिवाली की चीजें और पार्टी.. ओके अच्छा है.. मैं आपके योगा टीचर के बारे जानने के लिए और इंतजार नहीं कर सकती.

इस पर चेतन का जवाब:

#MeToo कैंपेन में इरा त्रिवेदी ने चेतन भगत पर लगाए थे यौन शोषण के आरोप
हां वो पैट्रिक है, मैं सिर्फ उसके साथ योगा कर रहा हूं. वो टीचर से ज्यादा दोस्त है, इसलिए वो कई मुद्दों पर मेरी सलाह लेता है. वो मुझे प्रैक्टिकल इंसान कहता है.

मिस्टर भगत ने आरोप लगाया कि मैं उनसे Kiss चाहती थी, क्योंकि मेल के अंत में मैंने Kiss U, Miss U लिखा.

मैंने अपना मैसेज खत्म करते हुए और भी चीजें लिखी थी. जैसे “xoxo, x, love, love u, miss u”, इमोजी और आखिर में “miss u kiss u.”

मिस्टर भगत ने मुझे ये लिखकर ई-मेल पर जवाब दिया.

#MeToo कैंपेन में इरा त्रिवेदी ने चेतन भगत पर लगाए थे यौन शोषण के आरोप

वो मुझसे पूछते हैं कि क्या ये फिगर ऑफ स्पीच है या कुछ और बदलाव हो रहे हैं?

हां, मिस्टर भगत ये फिगर ऑफ स्पीच हैं. बेस्ट सेलिंग ऑथर होने के नाते आप ये ज्यादा समझते होंगे. नहीं, यहां कुछ बदल नहीं रहा है.

इस मेल में उन्होंने माना है कि ये फिगर ऑफ स्पीच है. मैंने पहले भी उनके व्यवहार को देखते हुए कहा कि कहा था कि नहीं कोई बदलाव नहीं हो रहा है. मेरा उनसे आदर्शवादी रिश्ता था. उन्होंने माफी मांगी थी और वादा किया था कि वो मेरी बातों का सम्मान करेंगे.

लेकिन उन्होंने अपने मेल में कहा कि मैंने K वाले सवाल को टाल दिया. हां मिस्टर भगत, मैंने सवाल को टाल दिया. ठीक वैसे, जैसे आपके पिछले बुरे व्यवहार को टाला. ये मेल यहीं खत्म हो जाते हैं.

मैंने इस आदमी से साल में सिर्फ एक बार मिली. मुझे लगा इग्नोर करके मूव ऑन करना ज्यादा ठीक रहेगा. हालांकि उनका झूठ यहीं नहीं खत्म हो जाता.

अगले ट्वीट में मिस्टर भगत ने कहा कि मैंने उन्हें अपनी बुक लॉन्च के लिए चीफ गेस्ट के तौर पर इनवाइट किया था. उन्होंने किताब का नाम गुमराह बताया, जो चैनल वी की टीवी सीरीज पर आधारित है. मुझे चैनल ने टीवी सीरीज को बुक फॉर्मेट में बदलने के लिए पैसे दिए थे. मिस्टर भगत खुद आगे इसमें लिखने के लिए जुड़े थे.

चेतन और मुझे दोनों को बुक के लॉन्च और प्रोमोशन के लिए पैसे दिए गए थे. मैंने अपना प्रोफेशनल वर्क पूरा किया.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
उनका व्यवहार सिर्फ अनुचित नहीं है, बल्कि अवैध भी है. उनका मुझे किस करने की कोशिश, मुझे प्रपोजल देना और मेरे दोस्त के अमाउंट में गड़बड़ी करना... इन सबसे वो आईपीसी की धारा 509 और 354A के तहत गुनहगार हैं. दूसरी तरफ उनके ट्वीट और ऑनलाइन बयान आईपीसी की धारा 354D और 503 में आते हैं. 
इसके अलावा वो मेरे पर्सनल ई-मेल को पब्लिक कर देते हैं और कहते हैं कि मैं झूठा हमला कर रही हूं और कैंपेन में उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रही हूं. सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया है. चेतन भगत को मेरी तरफ से वकील के जरिए लीगल नोटिस भेजा गया है.

मेरे आर्टिकल लिखने के बाद कई लड़कियों ने मुझसे बात की और चेतन के बारे में अपनी कहानियां बताईं कि वो भी पीड़ित हैं. लेकिन चेतन के खिलाफ वो सामने आने से डरती हैं. मेरे खिलाफ ट्वीट करके वो मेरी आवाज दबाना चाहते हैं कि ताकि बाकी महिलाएं भी सामने न आएं. लेकिन वो इससे बचने वाले नहीं हैं.

यह भी पढ़ें: #MeToo से देश की अर्थव्यवस्था को फायदा होगा!

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×