वीडियो एडिटर: आशुतोष भारद्वाज
लखनऊ यूनिवर्सिटी में 23 जुलाई से ऑफलाइन परीक्षा का ऐलान कर दिया गया है. लेकिन छात्र डरे हुए हैं. छात्रों के मन में कई सवाल हैं, लेकिन जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं. लॉकडाउन में पढ़ाई बंद होने के बाद घर लौट चुके छात्रों का कहना है कि कोरोना संक्रमण का सामना करते हुए किस तरह से वापस आएं.
कटिहार से लखनऊ की यात्रा 24-32 घंटे की है. इस बात की क्या गारंटी है कि संक्रमण नहीं होगाभास्कर कुमार गिरी, बिहार के छात्र, कटिहार
इटावा की भव्या पूछती हैं कि लखनऊ में वो 250 लड़कियों के साथ रहती हैं. कॉमन शौचालय हैं, कॉमन मेस है, तो इस बात की क्या गारंटी है कि संक्रमण नहीं होगा, और अगर किसी को संक्रमण हुआ तो फिर और लोगों को भी डर होगा.
नहीं हुई तैयारी, कैसे दें परीक्षा
लखनऊ के ही रिषभ मिश्रा की समस्या अलग है. उनका कहना है कि लॉकडाउन के दौरान न तो ऑनलाइन क्लास हुई और न ही स्टडी मैटीरियल मिला. जब तैयारी ही नहीं हो पाई तो छात्र परीक्षा कैसे दें?
क्या है छात्रों की मांग
छात्रों का कहना है कि इस वक्त परीक्षा कराना ठीक नहीं. छात्रों की मांग है कि इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर उन्हें प्रमोट करना चाहिए.
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