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Ashneer Grover ने जिस कंपनी से की शुरुआत, वही बनी BharatPe से इस्तीफे की वजह

Shark Tank India के जज Ashneer Grover की पूरी कहानी, पढ़िए पत्नी, बच्चे, दौलत, निजी जिंदगी के बारे में हर एक बात

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शार्क टैंक इंडिया (Shark Tank India) जैसे बिजनेस रिएलिटी शो में जज की भूमिका निभाने वाले और भारतपे (BHARATPE) के को फाउंडर व एमडी अशनीर ग्रोवर (Ashneer Grover) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इसी के साथ ही वह इंटरनेट पर हॉट सर्च टॉपिक बन चुके हैं. लोग जानना चाहते हैं कि अशनीर ग्रोवर कौन हैं, उनका परिवार कैसा है, उनकी जिस पत्नी पर भी आरोप लगे हैं, वे कौन हैं. आपके इस सवालों के जवाब आपको इस आर्टिकल में मिलेंगे.

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शुरुआती जिंदगी

सन 1982 में दिल्ली में जन्मे अशनीर ग्राेवर (Ashneer Grover) के पिता एक चार्टर्ड अकाउंटेंट थे और मां टीचर. अशनीर ग्राेवर की हाई स्टडी आईआईटी दिल्ली और आईआईएम अहमदाबाद से हुई. पढ़ने में वह एक मेधावी स्टूडेंट्स थे. आईआईटी दिल्ली से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक करने के दौरान वह अपने बैच में रैंक होल्डर थे. बीटेक करते हुए ही उन्हें फ्रांस गवर्नमेंट से 6000 यूरो की स्कॉलरशिप मिली थी. इसी दौरान ही उनका फ्रांस के INSA Lyon प्रोग्राम के लिए सिलेक्शन हो गया था. इसके बाद उन्होंने आईआईएम अहमदाबाद से 2006 में अपना एमबीए पूरा किया.

प्रोफेशनल शुरुआत

जिस कोटक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग के साथ इनका हालिया कानूनी पंगा हुआ है और जहां के कर्मचारी को उन्होंने फोन पर कथित तौर पर गालियां दी थीं, वहीं से अशनीर ग्रोवर ने अपना करियर शुरू किया था. इस संस्थान में ही उन्हें पहली नौकरी मिली थी और सबसे लंबे समय 7 साल तक वह यहां रहे. यहां उन्होंने वाइस प्रेसिडेंट का पद संभाला था. साल 2013 में वह कोटक को छोड़कर अमेरिकन एक्सप्रेस कंपनी से जुड़े. जहां उन्हें काॅरपोरेट डेवलपमेंट डायरेक्टर की जिम्मेदारी दी गई. 2015 में उन्होंने यह कंपनी छोड़कर ग्रोफर्स का साथ पकड़ लिया और इसके बाद नवंबर 2017 में पीसी ज्वेलर्स के साथ जुड़ गए. यहां बिजनेस हेड के रूप में वह नए पेमेंट ऑप्शंस के प्रोजेक्ट पर जुट, यही से उनके दिमाग में भारतपे का आईडिया आ चुका था.

अशनीर के दिमाग में पहले से खुद का एक बड़ा स्टार्टअप लाने का प्लान चल रहा था तो वह कहीं भी नौकरी करने के लिए ज्यादा दिन नहीं टिक पाए. साल 2018 में उन्होंने पीसी ज्वेलर्स की बड़ी प्रोफाइल को अलविदा कह भारतपे के सपने को साकार करना शुरू किया और अक्टूबर 2018 में केवल 20 कर्मचारियों के साथ और शाश्वत नाकरानी की पार्टनरशिप में भारतपे को लांच किया. दौलत के मामले में भी अशनीर किसी से पीछे नहीं हैं उनके पास करीब 90 मिलियन डॉलर की संपत्ति बताई जाती है.

कौन है पत्नी माधुरी

अशनीर ग्राेवर की शादी माधुरी जैन ग्रोवर से हुई. अशनीर और माधुरी आज से करीब 17 साल पहले करियर लॉन्चर नामक एक प्रोजेक्ट में मिले थे. माधवी ग्रोवर ने NIFT दिल्ली से शिक्षा ग्रहण की है. पेशे वह डिजाइनर हैं. सत्य पॉल और आलोक इंडस्ट्रीज जैसे बड़े ब्रांड्स के साथ काम कर चुकी हैं. मौव और ब्राउन नाम से उनका खुद का फर्निशिंग बिजनेस भी है. जब भारतपे की अशनीर शुरुआत कर रहे थे तो उनकी पत्नी माधवी जैन ग्रोवर ने फाइनेंस और बैंकिंग का काम उनके साथ संभालना शुरू किया. बाद में उन्होंने बिजनेस, वेंडर पेआउट और फाइनेंस कंट्रोल भी अपने हाथ में ले लिया. इसी वेंडर पेआउट डिपार्टमेंट के मामले में माधुरी पर गंभीर आरोप लगे हैं. अशनीर ग्राेवर व माधुरी के एक बेटा एवी ग्रोवर व एक बेटी मन्नत ग्रोवर हैं.

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कैसे बनाई भारत पे

अशनीर ग्रोवर हाल फिलहाल भले ही भारतपे से हट गए हैं, पर इस कंपनी को बनाने में उनका बहुत योगदान है. उन्होंने सन 2018 में शाश्वत नाकरानी के साथ मिलकर इसे शुरू किया था. अभी यह कंपनी 150 शहरों में फैल चुकी है और 75 लाख से अधिक व्यापारी इसके कस्टमर हैं. मनी ट्रांसफर करने और डिजिटल पेमेंट करने में उनकी कंपनी पूरे देश में खासी लोकप्रिय हो चुकी है. भारतपे एप्लीकेशन को एक करोड़ से भी अधिक लोग डाउनलोड कर चुके हैं. अप्रैल 2020 से भारतपे ने UPI P2M मर्चेंट पेमेंट स्वीकृति श्रेणी में अपनी बाजार हिस्सेदारी दोगुनी कर दी थी. नवंबर 2020 तक तो यह मर्चेंट UPI भुगतान स्वीकृति करने वाली तीसरी सबसे बड़ी कंपनी बन गई थी. इसके साथ ही इसने गूगलपे को पीछे छोड़ दिया था.

अगस्त 2021 तक तो भारतपे (BharatPe) 1 बिलियन डॉलर के वैल्यूएशन के साथ यूनिकॉर्न कंपनियों के क्‍लब में आ गई थी. इसे न्यूयॉर्क की बड़ी निवेश कंपनी टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट की ओर से सीरीज ई फंडिंग राउंड में 37 करोड़ डॉलर का पूंजी निवेश मिला था. इस निवेश से कंपनी की वैल्यूएशन तीन गुनी से अधिक बढ़ोतरी के साथ 2.85 अरब डॉलर हो गयी थी. इस साल की शुरुआत से अशनीर के कंपनी से विवाद सामने आने लगे.

राजी नहीं थे शार्क टैंक इंडिया का जज बनने

हाल ही में यह भी जानकारी सामने आई थी कि अशनीर ग्रोवर शार्क टैंक इंडिया का हिस्सा बनने के लिए एकदम से राजी नहीं थे. एक यूट्यूब टॉक शो में बात करते हुए अशनीर ग्रोवर ने बताया था कि सोनी ने वेंचर कैटालिस्ट के माध्यम से इस शो के लिए जज तलाशे थे. वेंचर कैटालिस्ट ने अशनीर की कंपनी भारतपे में निवेश किया था तो वह अशनीर को जानते थे. उन्होंने सोनी को शो का जज बनाने के लिए आशनीर का नाम सुझाया. जब सोनी वाले अशनीर के पास आए तो तब तक उन्होंने शार्क टैंक का अमेरिकन वर्जन नहीं देखा था. तब तक वे इसके जज बनने राजी नहीं थे, पर जब उन्हें बताया गया कि यह शो इन्वेस्टमेंट, स्टार्टअप और मनी से संबंधित है, तो बिजनेस की दुनिया का यह दीवाना तैयार हो गया.

इसके अलावा अशनीर ने शो ऑर्गेनाइजर्स से यह भी पूछा था कि बाकी के जज किस लेवल के होंगे. जब उन्हें अमन गुप्ता (Aman Gupta), पीयूष बंसल (Peyush Bansal) अनुपम मित्तल(Anupam Mittal), विनीता सिंह (Anupam Mittal), नमिता थापर (Namita Thapar), ग़ज़ल अलघ (Ghazal Alagh) के नाम बताए गए तो वह सहर्ष तैयार हो गए.

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