मध्य प्रदेश के छतरपुर में दलित महिला की शादी में पिस्तौल लेकर धमकाने वाले धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) के छोटे भाई के खिलाफ अब मुकदमा दर्ज हो चुका है. वायरल वीडियो के मुताबिक, धीरेंद्र शास्त्री के छेटे भाई शालिगराम मुंह में सिगरेट और हाथ में पिस्तौल लिए लोगों को गालियां देते हुए और दहशत फैलाते दिखाई दे रहा है.
धीरेंद्र शास्त्री (बाबा बागेश्वर) जो चमत्कार करने को लेकर सुर्खियों में हैं, अब अपने भाई की हरकत को लेकर विवादों में आ गए हैं.
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के भाई के वायरल वीडियो में पुलिस ने आरोपी शालिगराम गर्ग पर आईपीसी की धारा 264, 323, 506, 427 के अलावा एससी/एसटी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है.
खजुराहो एसडीओपी मनमोहन सिंह बघेल ने क्विंट हिंदी के साथ बातचीत में बताया कि, "आरोपी पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है, आरोपी अबतक फरार है."
क्या है पूरा मामला ?
जानकारी के मुताबिक, 11 फरवरी को लवकुश नगर थाना क्षेत्र के अटकोंहा गांव से आकाश अहिरवार की बारात बमीठा थाना क्षेत्र के गढ़ा गांव में रहने वाली सीता अहिरवार के घर गई हुई थी. शादी समारोह के दौरान कई बाराती राई (लोक नृत्य) पर नाच रहे थे तभी हाथ में पिस्टल लिए चार-पांच लोगों के साथ एक युवक आता है और अचानक से शादी में मौजूद लोगों से मारपीट और गली गलौच करता है.
इस बीच वह कई बार लोगों के माथे पर पिस्टल भी तान देता है, जाती सूचक गालियां देता है, कुर्सियां तोड़ता है और सभी लोगों को डराता है. ऐसी घटना को अंजाम देने वाला शख्स धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का छोटा भाई शालिगराम बताया गया है.
बारात में आए हरिप्रसाद अहिरवार ने कहा कि, हम लोग खाना खाने ही वाले थे, तभी वहां अपने कुछ साथियों के साथ धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के छोटा भाई शालिगराम आ गए, वे काफी नशे में थे, मुंह में सिगरेट थी और वह बार इस बात को कह रहे थे कि शादी में राई (लोक गीत) बजाने की हिम्मत कैसे और मारपीट शुरू कर दी. हमने उनसे कहा कि हम यहां बागेश्वर धाम के ही गाने बजा रहे हैं, कुछ राई के बजाए हैं, लेकिन उन्होंने फिर भी कई लोगों को धमकाया, मारा और गालियां दी.
हरिप्रसाद अहिरवार ने आगे बताया कि कुछ देर बाद धीरेंद्र शास्त्री के सेवादार आए और शालिगराम को समझा बुझाकर ले गए.
एक अन्य बाराती सुरेश ने कहा कि, शादी में कुछ लोगों ने उसे रोकने की कोशिश की थी तो कुछ लोग उसे छोटे महाराज कह रहे थे, लेकिन जैसे ही महाराज कहते हुए लोग उसके पास जाते वाह उन्हे मारने लगता था.
एक अन्य बाराती ने बताया कि, हंगामे के बाद वहां धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के कुछ सेवादार वहां आए और लड़की के पिता, भाई और दूल्हे को वहां से ले गए इसके बाद की जानकारी हमें नहीं है.
क्विंट हिंदी ने दुल्हे से भी बात करनी चाही लेकिन इस समय पूरा परिवार डरा हुआ है, जब दुल्हे से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कहा कि वो इस पर कोई बात नहीं करना चाहते.
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