बिलकिस बानो (Bilkis Bano) रेप केस के दोषी की एक फोटो वायरल हो रही है. 11 दोषियों में से एक शैलेश भट्ट एख सरकारी कार्यक्रम के मंच पर BJP सांसद और विधायक के साथ बैठा दिख रहा है. इसी तस्वीर पर सोशल मीडिया से लेकर विपक्षी नेताओं ने गुस्सा जाहिर किया है. तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) ने ट्वीटर (Twitter) पर तस्वीर शेयर करते हुए कहा है कि मैं इन राक्षसों को वापस जेल में देखना चाहती हूं.
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने लिखा,
"बिलकिस बानो के रेपिस्ट ने गुजरात के बीजेपी सांसद, विधायक (शैलेष भट्ट) के साथ स्टेज शेयर किया! मैं इन राक्षसों को वापस जेल में देखना चाहती हूं और उसकी चाबी कहीं दूर फेंक देना चाहिए. और ऐसी सरकार को सत्ता से बाहर कर देना चाहिए. मैं चाहती हूं कि यह शैतानी सरकार, जो न्याय के इस उपहास की सराहना करती है उसे बाहर किया जाए. मैं चाहती हूं कि भारत अपने नैतिक मूल्यों को पुनः प्राप्त करे.
तेलंगाना की सीएम केसीआर की बेटी के कविता ने भी नाराजगी जताते हुए कहा, "बिलकिस बानो के रेपिस्ट खुलेआम बीजेपी के सांसदों और विधायकों के साथ मंच साझा कर हैं. हमारा समुदाय कैसा बन गया है कि एक महिला के अपराधी को सम्मानित किया जा रहा है और उन्हें मंच दिया जा रहा है जबकि पीड़ित न्याय की गुहार लगा रही हैं. जनता देख रही है!"
कांग्रेस की प्रवक्ता डॉ शमा मोहम्मद ने कहा, "गुजरात में एक कार्यक्रम में बीजेपी सांसद जसवंत सिंह भाभोर और बीजेपी विधायक शैलेश भाभोर बिलकिस बानो के बलात्कारियों के साथ मंच साझा कर रहे हैं. बीजेपी ने राहुल गांधी को मानहानि के मुकदमे में सजा के लिए संसद से अयोग्य करार करने में बिल्कुल देरी नहीं की, और उन्हें बलात्कारियों-हत्यारों के साथ मेलजोल रखने में कोई हिचकिचाहट नहीं!"
बीआरएस नेता वायएसआर ने कहा कि, "पहले वे बिलकिस बानों के अपराधियों का सम्मान करते हैं और उनकी रिहाई पर जश्न मनाते हैं. अब वे बीजेपी के चुने गए नेताओं के साथ मंच साझा करते हुए दिख रहे हैं."
कांग्रेस की सदस्य रुक्मणी कुमारी ने भी फोटो साझा करते हुए कहा कि, "बिलकिस बानो के रेपिस्ट गुजरपात बीजेपी के विधायक और सांसद के साथ मंच साझा करते हुए. जनता जाग जाओ इससे पहले कि काफी देर हो जाए."
दोषियों की रिहाई के खिलाफ बिलकिस बानो की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई
बिलकिस बानो केस के 11 दोषियों की सजा में छूट को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी. जस्टिस केएम जोसेफ और जस्टिस बीवी नागरत्ना की बेंच सुनवाई करेगी.
साल 2002 के गुजरात दंगों के दौरान हुए गैंगरेप के सभी 11 दोषियों को गुजरात सरकार ने सजा में छूट देते हुए पिछले साल 15 अगस्त को रिहा कर दिया था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)