भारतीय मुक्केबाज नीतू और हुसामुद्दीन मोहम्मद ने बुधवार को यहां राष्ट्रीय प्रदर्शनी केंद्र में अपने-अपने भार वर्ग में जीत के साथ सेमीफाइनल में जगह बनाई, जिससे राष्ट्रमंडल खेलों में कम से कम दो पदक पक्के हो गए।
नीतू महिलाओं के न्यूनतम भार वर्ग (45-48 किग्रा से अधिक) के अंतिम-चार चरण में पहुंची, जब उनकी प्रतिद्वंद्वी उत्तरी आयरलैंड की निकोल क्लाइड ने मुकाबला छोड़ दिया। उत्तरी आयरलैंड के मुक्केबाज द्वारा पुल-आउट से नीतू ने सेमीफाइनल में जगह बनाई और सुनिश्चित किया कि यहां वह कम से कम कांस्य पदक जीतेगी।
हुसामुद्दीन ने नामीबिया के ट्रायगैन मॉनिर्ंग नेडेवेलो को 4-1 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। सेमीफाइनल में उन्हें पुरुषों के 57 किग्रा वर्ग में कम से कम एक और पदक का आश्वासन दिया।
नीतू ने कहा कि उसने अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले के लिए अच्छी तैयारी की थी और इसे जीतने की उम्मीद कर रही थी। उन्होंने कहा कि वह बमिर्ंघम में स्वर्ण पदक जीतने का लक्ष्य रख रही है।
उन्होंने आगे कहा, मैं इस मुकाबले के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार थीं। खेलों से पहले उत्तरी आयरलैंड में यहां प्रशिक्षण शिविर ने मुझे काफी मदद की।
नीतू ने कहा, मैं अपने परिवार को गौरवान्वित करने के लिए बहुत खुश हूं, जिन्होंने मेरे लिए बहुत त्याग किया है। मैं सेमीफाइनल में आगे बढ़ते हुए खुद को और उन्हें गौरवान्वित कर रही हूं। मेरा लक्ष्य यहां बर्मिघम में स्वर्ण पदक हासिल करना है।
भारत के पास बुधवार को सेमीफाइनल में पहुंचने की कोशिश में तीन और प्रतियोगी हैं। मौजूदा विश्व चैंपियन निकहत जरीन, टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन और आशीष कुमार दोपहर बाद अपने-अपने क्वार्टरफाइनल मुकाबलों में भाग लेने वाले हैं।
भारत ने चार साल पहले 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में नौ पदक जीते थे, जिसमें तीन स्वर्ण, तीन रजत और तीन कांस्य पदक शामिल थे।
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