वीडियो एडिटर: अभिषेक शर्मा
वीडियो प्रोड्यूसर: मौसमी सिंह
यूपी के चित्रकूट से 50 बच्चों का यौन शोषण करने के आरोप में पुलिस ने एक जुनियर इंजीनियर को गिरफ्तार किया है. इंजीनियर पिछले 10 सालों से ये गोरखधंधा चला रहा था और मासूम बच्चों को अपना शिकार बना रहा था. आखिर सीबीआई ने कैसे इस आरोपी को पकड़ा. कैसे ये शातिर इंजीनियर कानून के शिकंजे में फंसा.
आरोपी रामभवन चित्रकूट का ही रहने वाला है, इसके खिलाफ सीबीआई को काफी पहले से इनपुट मिल रहे थे. पुलिस ने उसकी जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया था. कई दिनों से इस मामले की जांच चल रही थी और 17 नवंबर की शाम को पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
रामभवन हमीरपुर से ट्रांसफर के बाद चित्रकूट में सिंचाई विभाग ऑफिस के सामने किराये के घर में रहता था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2012 में एक लड़की की खुदकुशी में इसका नाम आने के बाद से वह घर बदलकर एसडीएम कालोनी में रहने लगा था.
10 साल से चल रहा था गोरखधंधा
अधिकारियों ने बताया कि आरोपी जेई पिछले 10 साल से बच्चों का कथित रूप से यौन उत्पीड़न कर रहा था. अधिकारियों को तलाशी के दौरान आठ मोबाइल फोन, करीब आठ लाख रुपये नकदी, सेक्स टॉय, लैपटॉप और बड़ी मात्रा में बच्चों से संबंधित अश्लील सामग्री के अन्य डिजिटल सबूत मिले हैं. आरोपी बच्चों के फोटो खींचता था और वीडियो भी बनाता था फिर उन्हें पॉर्न साइट्स को बेचता था.
विदेशों में भी बेचता था वीडियो
जानकारी के मुताबिक सीबीआई की टीम प्रयागराज से भी एक शख्स से पूछताछ में जुटी है. इसी शख्स के पास ये जूनियर इंजीनियर वीडियो लेकर जाता था और वहीं एडिटिंग करके डार्कवेब पर अपलोड करता था. मामले में अभी और गिरफ्तारियां होने की संभावना जताई जा रही हैं.
सीबीआई के मुताबिक आरोपी रामभवन ये वीडियो देश और विदेशों में कई लोगों को बेचता था. आरोपी के ईमेल रिकॉर्ड से वीडियो भेजने और रकम लेने की पुष्टि भी हुई है. गिरफ्तारी के बाद आरोपी जूनियर इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया है.
अधिकारियों ने बताया कि आरोपी जूनियर इंजीनियर चित्रकूट, बांदा और हमीरपुर जिलों में 5 से 16 साल के बच्चों को अपना शिकार बनाता था. गिरफ्तारी के बाद जूनियर इंजीनियर को जेल भेज दिया गया है.
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