उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के जालौन (Jalaun) में 14 मई की दोपहर को यूपी पुलिस ने साथी पुलिस की हत्या के दो आरोपियों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया. बदमाशों पर सिपाही भेदजीत सिंह (Bhedjeet Singh) की 10 मई को हत्या करने का आरोप था. एनकाउंटर में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जब अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
यूपी पुलिस की टीम में एसओजी/सर्विलांस टीम जालौन और थाना कोतवाली उरई, थाना आटा पुलिस की संयुक्त टीम शामिल थी, जिन्होंने 10 मई को कांस्टेबल भेदजीत सिंह की हत्या में शामिल दोनों अपराधियों को एनकाउंटर में मौत के घाट उतारा.
अपराधियों में से एक का नाम कल्लू उर्फ उमेश है, जो जालौन के ग्राम राहिया का रहने वाला था. दूसरा रमेश जो जालौन के ग्राम सरसोखी का रहने वाला था.
पुलिस को इन दोनों की फैक्ट्री एरिया में आने की सूचना मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने इस इलाके में घेराबंदी की. इसके बावजूद दोनों ने पुलिस पर फायरिंग की, जिसमें जनपद जालौन के एसओजी प्रभारी और सर्विलांस प्रभारी को गोली लगी. लेकिन, बुलेट प्रूफ जैकेट पहनने की वजह से दोनों पुलिस अधिकारी बच गए. जवाबी फायरिंग में दोनों को पुलिस ने मार गिराया.
तलाशी के दौरान अपराधियों के कब्जे से एक अवैध पिस्टल, अवैध देसी तमंचा और खोका-कारतूस जैसी सामग्री बरामद की.
क्या था मामला?
10 मई की रात सिपाही भेदजीत सिंह की हत्या कर दी गई थी. भेदजीत ने ड्यूटी के दौरान इन दोनों बदमाशों को रोकने का प्रयास किया था, लेकिन दोनों ने भेदजीत पर फायरिंग कर दी थी.
हालांकि, सिपाही भेदजीत सिंह इस फायरिंग से बच भी गए थे लेकिन इसके बाद बदमाशों ने उन्हें नुकीली चीज से मार दिया था.
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