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उमेश पाल हत्याकांड के 30 दिन: 2 एनकाउंटर करने वाली पुलिस की सबसे बड़ी मुश्किल?

Umesh Pal Murder Case के 3 CCTV फुटेज में वारदात की पूरी कहानी

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प्रयागराज (Prayagraj) के चर्चित उमेश पाल शूटआउट (Umesh pal Murder) मामले में आरोपी अतीक अहमद के करीबियों पर प्रशासन का एक्शन एक बार फिर देखने को मिला है.

गुरुवार, 23 मार्च को प्रयागराज प्रशासन ने अतीक के साढ़ू इमरान जई की करीब 300 बीघा अवैध प्लाटिंग की बाउंड्री ध्वस्त कर दी. उमेश पाल हत्याकांड के बाद माफियाओं के खिलाफ ये पांचवा एक्शन है.

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प्रशासन ने 300 बीघा जमीन की बाउंड्री तोड़ी

प्रशासन ने इमरान की जिस जमीन पर कार्रवाई की है वो करेली और धूमनगंज थाने के अंतर्गत बख्शी मोड़ा में आती है. बताया जा रहा है कि इस जमीन का कुछ हिस्सा सरकार का है और कुछ गांव वालों का. प्रशासन के अनुसार, इस जमीन पर बिना लेआउट के प्लॉटिंग कराई गई थी, जिसे प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA) ने बुलडोजर से ध्वस्त करवा दिया. इस जमीन का पूरा रकबा भी कृषि भूमि के रूप में दर्ज है.

नियम के अनुसार, बिना आवासीय भूमि के परिवर्तन के कृषि भूमि पर प्लॉटिंग नहीं कराई जा सकती. इस जमीन पर बनाई गई सड़कों को भी बुलडोजर से उखड़वा दिया गया.

PDA के अधिकारियों ने बताया कि बख्शी मोढा में अतीक अहमद की अलीना सिटी में 3 साइट्स हैं, जिस पर पहले ही बुलडोजर की कार्यवाही की गई थी. इतना ही नहीं, सैदपुर में अतीक के एकाउंटेंट माफिया असाद अहमद की भी अवैध प्लाटिंग पर करवाई की गई है.

कई गुर्गे निशाने पर, आज भी कार्रवाई संभव

अतीक अहमद के कई और करीबी प्रशासन के निशाने पर हैं. तरीमुद्दीन नाम के एक गुर्गे की बख्शी गांव में अवैध प्लॉटिंग है. यहां भी प्रशासन ने कार्रवाई की है. गुर्गे अशरफ और जावेद का रावतपुर इलाके में अवैध निर्माण है. मोहम्मद फारूक उर्फ बीड़ी की लखनपुर में अवैध प्लॉटिंग है. जिन इलाकों में 23 मार्च को एक्शन पूरा नहीं हो पाया वहां आज यानी 24 मार्च को कार्रवाई की जाएगी.

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