कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद मोस्ट वॉन्टेड अपराधी बने विकास दुबे के बारे में अब एक नई जानकारी सामने आई है. दूबे के तीन सहयोगियों को फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने 7 जुलाई को दबोचा है. अब फरीदाबाद पुलिस की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, गिरफ्तार हुए दूबे के साथियों में से एक प्रभात ने बताया कि फरार होने के दो दिन बाद तक दूबे अपने एक दोस्त के घर रुका हुआ था, जो मुठभेड़ वाली जगह से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर था. प्रभात, गैंगस्टर विकास दुबे के मुख्य सहयोगियों में से एक था और कानपुर एनकाउंटर के दिन विकास दूबे के साथ.
फरीदाबाद पुलिस ने प्रभात को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया है, उसके पास से 4 पिस्टल और 44 जिंदा राउंड बरामद किए गए. प्रभात के साथ ही दो और आरोपियों-अंकुर और श्रवण को गिरफ्तार किया गया है.
अमर दुबे के बारे में प्रभात ने बताया
कानपुर एनकाउंटर के दौरान पुलिस पर हमला करने के मुख्य आरोपियों में से एक अमर दुबे के बारे में भी प्रभात ने जानकारी दी कि वो हमीरपुर में छिपा हुआ है. 8 जुलाई को ही यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने अमर दुबे को एनकाउंटर में मार गिराया. बता दें कि इस केस में कई राज्यों की पुलिस आपस में तालमेल कर विकास दुबे और दूसरे आरोपियों की तलाश में है. फरीदाबाद पुलिस की पूछताछ में प्रभात ने बताया कि बिखरू गांव में हुए हत्याकांड में पुलिस पार्टी पर फायर करने में शामिल था.
दुबे और उसने पुलिस पार्टी पर हमला करके घायल पुलिस वालों की दो पिस्टल और जिंदा राउंड छीन ली और फरार हो गए. फरार होने के 2 दिन बाद तक दोनों एक दोस्त के घर कानपुर देहात के पास शिवली में रहे थे. इसके बाद दुबे और उसके साथी झींझक होते हुए औरैया पहुचें और औरैया से दिल्ली.
पुलिस के आने के कुछ घंटे पहले फरार हुआ विकास
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि विकास और उसने विकास के ही एक रिश्तेदार के घर फरीदाबाद के हरी नगर इंदिरा कंपलेक्स मे पनाह ली थी. विकास दुबे पुलिस पार्टी के आने से कुछ घंटे पहले फरार हो गया था. इससे पहले फरीदाबाद पुलिस को सूचना मिली थी कि यूपी का कुख्यात बदमाश विकास दुबे और उसके सहयोगी न्यू इंदिरा नगर कंपलेक्स हरि नगर नहर पार एरिया में छुपे हुए हैं. ये सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी गई. इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने जरूरी कार्रवाई के निर्देश दिए और डीसीपी क्राइम मकसूद अहमद के नेतृत्व में धरपकड़ का ये ऑपरेशन चलाया गया.
रेड के दौरान घर मे छुपे हुए बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर भागने की कोशिश की लेकिन क्राइम ब्रांच की टीम की घेराबंदी और सतर्कता के चलते आरोपियों को मौके पर ही धर दबोचा गया. पुलिस ने बताया कि आरोपियों को अदालत में पेश कर आरोपी अंकुर और आरोपी श्रवण, जो कि दोनों पिता-पुत्र हैं को बदमाशों को आश्रय देने के आरोप में जेल भेज दिया है. वहीं प्रभात उर्फ कार्तिकेय को ट्रांजिट रिमांड पर यूपी एसटीएफ के हवाले कर दिया गया है.
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