हिस्ट्रीशिटर विकास दुबे का एक करीबी अमर दुबे, बुधवार सुबह उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में मारा गया. यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने अमर दुबे को एनकाउंटर में मार गिराया है. जिस रात को 8 पुलिसवाले शहीद हुए थे, उस रात अमर दुबे भी छत से गोलियां चला रहा था. कानपुर एनकाउंटर के बाद से विकास दुबे फरार है और पुलिस जगह-जगह उसकी तलाशी कर रही है, लेकिन अभी तक उसका कोई सुराग नहीं मिला है.
पुलिस ने हरियाणा के फरीदाबाद से भी दो लोगों को हिरासत में लिया है. एनकाउंटर में एक एसएचओ और एक एसटीएफ कॉन्स्टेबल के भी घायल होने की खबर है.
8 पुलिसवालों की शहादत का गुनहगार विकास दुबे अब भी फरार है. 40 से ज्याादा थानों की पुलिस उसे पकड़ने के लिए पूरा जोर लगा रही है.
शहीद हुए पुलिसवालों के पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हत्याकांड की बर्बरता का अंदाजा होता है. अपराधियों ने एके-47 जैसे घातक हथियारों का इस्तेमाल किया. सीओ देवेंद्र मिश्रा को तो चेहरे से सटाकर गोली मारी गई. उनका सिर और गर्दन का हिस्सा तक उड़ गया. चौकी प्रभारी अनूप सिंह को सात गोलियां मारी गईं. थाना प्रभारी महेश को चेहरे पीठ और सीने पर पांच गोली, दरोगा नेबूलाल को चार गोलियां लगीं. चार सिपाही थे, जिनके शरीर से गोलियां आर-पार हो गईं.
इस घटना के बाद से ही पुलिस की टीमें विकास दुबे की तलाश में हैं. उसके कई साथी भी पकड़े गए, लेकिन विकास अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है.
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