सोशल मीडिया पर जहां इन दिनों हर कोई अपने 90-95 प्रतिशत नंबरों को लेकर पोस्ट कर रहा है, वहीं एक मां ने 60 फीसदी नंबर लाने के लिए अपने बेटे की तारीफ की है.
वंदना सूफी कटोच ने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि उन्होंने अपने बेटे को स्ट्रगल करते देखा है, इसलिए वो खुश हैं कि उनका बेटा 60 फीसदी नंबर से पास हुआ है.
वंदना सूफी कटोच ने फेसबुक पर लिखा,
‘अपने बेटे के 10वीं बोर्ड में 60 प्रतिशत नंबर लाने पर गर्व है. माना ये 90 नहीं हैं, लेकिन इससे मेरी खुशी कम नहीं होगी. क्योंकि मैंने उसे स्ट्रगल करते देखा है, और कुछ सब्जेक्ट्स वो छोड़ने तक को तैयार था. और फिर आखिर के डेढ़ महीने में उसने तैयारी करने की ठानी. आमेर, और उसके जैसे बाकी, इस दुनिया में अपना कोर्स खुद चुनें. अपने अंदर की अच्छाई, जिज्ञासा और ज्ञान को जगाए रखें. और हां, अपना सेंस ऑफ ह्यूमर’
उस दौर में जहां बच्चों पर 100 में से 100 नंबर लाने के लिए दबाव बनाया जाता है, 60 फीसदी अंकों की कोई अहमियत नहीं मानी जाती, ऐसे में इस मां का ये पोस्ट काबिलेतारीफ है.
नोएडा से खबर आई थी कि 10वीं में फेल होने के डर से एक बच्चे ने सुसाइड कर लिया. जब रिजल्ट आया, तो वो 70 फीसदी नंबरों से पास हुई थी. ऐसे कई बच्चे हैं जो रिजल्ट खराब आने के डर से खतरनाक कदम उठा लेते हैं. दसवीं-बारहवीं में 98-99 फीसदी नंबर ला रहे बच्चों के आगे कम अंक लाने वाले बच्चों को उपेक्षा की नजर से देखा जाता है. कॉलेजों में कट-ऑफ भी कई बार पूरी 100 फीसदी चली जाती है.
वंदना सूफी कटोच ने इस धारणा को तोड़ा है. इस पोस्ट के लिए उन्हें भी खूब तारीफें मिल रही हैं. कई यूजर्स ने बधाई देते हुए उन्हें 'ग्रेट मॉम' का टाइटल दे दिया. साढ़े तीन हजार से ज्यादा लोग उनके पोस्ट को शेयर कर चुके हैं.
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