JEE मेन 2020 के नतीजों के बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने JEE एडवांस्ड के लिए कैटेगरी के आधार पर कट-ऑफ जारी कर दी है. कॉमन रैंक लिस्ट के लिए कट-ऑफ 90.3765335. वहीं, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए ये 70.2435518 है.
क्विंट ने विद्यामंदिर क्लासेज के अकादमिक डायरेक्टर सौरभ कुमार से बात की और जाना कि छात्रों को आगे क्या करना होगा.
JEE मेन के नतीजों के बाद क्या करना है?
जो छात्र इसमें पास हो गए हैं, उन्हें JEE एडवांस्ड की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए. जो छात्र इसे पास नहीं कर पाएं हैं, उनकी एडवांस्ड में जाने की संभावना बहुत कम है. इन छात्रों को बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और साइंस एडमिशन टेस्ट पर ध्यान देना चाहिए.
टेस्ट सितंबर के आखिरी में दो सेशन में आयोजित कराया जाएगा.
JEE एडवांस्ड के लिए कौन योग्य है?
NITs, IIITs और दूसरे गैर-IIT केंद्रीय सरकार के टेक्निकल इंस्टिट्यूट में एडमिशन के लिए JEE मेन आधार होता है. हालांकि, इस टेस्ट के टॉप 2,50,000 स्कोरर JEE एडवांस्ड के लिए योग्य होंगे. JEE एडवांस्ड देश के IITs में एडमिशन के लिए जरूरी है.
अगर मैं NITs में अप्लाई करना चाहता हूं, तो क्या करना होगा?
NITs में अप्लाई करने की सोच रहे छात्र रैंक लिस्ट आने के बाद ऐसा कर सकते हैं. छात्रों को अभी से ब्रांच और कॉलेज के बारे में रिसर्च शुरू कर देनी चाहिए.
टॉप NITs कौन से हैं?
- NIT, त्रिची
- NIT, वारंगल
- NIT, कालीकट
इन कॉलेज में दाखिला पाने के लिए आपको कम से कम टॉप 5000 रैंकिंग में आना पड़ेगा.
छात्र इन NITs के बारे में भी विचार कर सकते हैं.
- NIT, भोपाल
- NIT, इलाहबाद
- NIT, कुरुक्षेत्र
- NIT, राउरकेला
मैंने जनवरी और सितंबर दोनों बार JEE मेन दिया है. कौन सा वाला माना जाएगा?
दोनों में से जिसमें ज्यादा परसेंटाइल होगी, वो मान्य होगा.
JEE एडवांस्ड की तैयारी के लिए क्या ध्यान में रखना चाहिए?
- छात्र को एक रूटीन फॉलो करना चाहिए और शांत रहना चाहिए.
- कम से कम पांच मॉक टेस्ट करने चाहिए.
- कोई नया चैप्टर नहीं पढ़ना चाहिए. इसकी बजाय कॉन्सेप्ट को दोहरा लीजिए.
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