Jawahar Lal Nehru University (जेएनयू) को अपनी पहली महिला कुलपति मिल गई है. जिनका नाम शांतिश्री धुलपुडी है. धुलपुडी 13वीं और पहली महिला कुलपति के रूप में JNU में नियुक्त हुई हैं. अभी वो सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर पद पर कार्यरत हैं, शांतिश्री JNU की टॉपर स्टूडेंट भी रह चुकी हैं.
जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (JNU) Jawahar Lal Nehru University में अब तक 12 कुलपति (VC) रह चुके हैं लेकिन यह पहली बार है जब किसी महिला को कुलपति का कार्यभार सौंपा गया है.
शांतिश्री शांतिश्री धूलिपुडी से पहले प्रोफेसर जगदीश कुमार JNU के वाइस चांसलर थे, जगदीश कुमार का JNU में 5 साल का कार्यकाल 26 जनवरी को समाप्त हो गया था. अब जगदीश कुमार को (UGC) यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन का नया चेयरमैन बनाया गया है.
जारी नोटिस के मुताबिक जवाहर लाल यूनिवर्सिटी में शांतिश्री धुलपुडी का कार्यकाल 5 साल का होगा और यह कार्यकाल तब से शुरू होगा जिस दिन शांतिश्री धुलपुडी अपना कार्यभार संभालेंगी. शांतिश्री धुलपुडी JNU की टॉपर छात्रा रह चुकी हैं.
कौन हैं शांतिश्री धूलिपुडी
शांतिश्री धूलिपुडी का जन्म 15 जुलाई 1962 को रूस में हुआ था. वो एक अकादमिक बैकग्राउंड से संबंध रखती हैं. शांतिश्री के पिता धूलिपुडी अंजनेयूलू रिटायर्ड सिविल कर्मचारी, पत्रकार और लेखक भी थे और मा मूलामुदि आदिलक्ष्मी रूस में तमिल और तेलुगु की प्रोफेसर थीं.
शांतिश्री धूलिपुडी JNU की टॉपर छात्रा भी रह चुकी हैं, जेएनयू से उन्होंने एमफिल और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में पीएचडी भी की है और अमेरिका की कैलीफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी से सोशल वर्क में डिप्लोमा भी लिया है, उन्होंने इतिहास और सामाजिक मनोविज्ञान में बीए और एमए राजनीति विज्ञान मद्रास की प्रेसीडेंसी कॉलेज से किया है.
शांतिश्री धूलिपुडी ने अपने शिक्षण करियर की शुरुआत 1988 में गोवा विश्वविद्यालय से की थी और बाद में साल 1993 में पुणे विश्वविद्यालय में चली गई. शांतिश्री धूलिपुडी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर)की सदस्य भी रही हैं.
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