भारत (India) सरकार ने शनिवार, 21 मई को पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क घटाकर जनता को महंगाई से थोड़ी राहत देने की कोशिश की तो पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) फिर एक बार भारत की तारीफ में कसीदे पढ़ने लगे. उन्होंने भारत की स्वतंत्र विदेश नीति की तारीफ करते हुए कहा कि भारत क्वाड (QUAD) का सदस्य होते हुए भी अमेरिका के सामने नहीं झुका.
अमेरिकी दबाव में नहीं झुका भारत- इमरान
शनिवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी घटाने का फैसला किया जिससे पेट्रोल के दाम 9.5 रुपये और डीजल के दाम 7 रुपये प्रति लीटर कम हो गए. इमरान खान ने इसपर कहा,
"क्वाड का हिस्सा होने के बावजूद, भारत ने अमेरिकी दबाव को झेला और जनता को राहत देने के लिए रियायती रूसी तेल खरीदा. स्वतंत्र विदेश नीति की मदद से हमारी सरकार यही हासिल करने के लिए काम कर रही थी."इमरान खान, पूर्व प्रधानमंत्री, पाकिस्तान
उन्होंने आगे कहा, "हमारी सरकार के लिए, पाकिस्तान का हित सर्वोपरि था, लेकिन दुर्भाग्य से स्थानीय 'मीर जाफर और मीर सादिक' सत्ता परिवर्तन के लिए बाहरी दबाव के आगे झुक गए और अब बिना सिर वाले मुर्गे की तरह इधर-उधर भाग रहे हैं."
पहले भी कर चुके हैं भारत की तारीफ
इमरान खान इससे पहले जब अपनी कुर्सी बचाने की कोशिशों में जुटे थे तब भी उन्होंने अपने संबोधन में भारत की तारीफ की थी. इमरान ने कहा था कि भारत ने अपने लोगों के हितों का हवाला देते हुए रूस-यूक्रेन युद्ध में पक्ष लेने से इनकार कर दिया है.
“यूरोपीय संघ के राजनयिक दबाव बनाते रहे कि पाकिस्तान को रूस के खिलाफ बोलना चाहिए, लेकिन वे भारत से ऐसा कहने की हिम्मत नहीं कर सके क्योंकि भारत एक संप्रभु राष्ट्र है"
इमरान अकसर अपनी सरकार के पतन और सत्ता परिवर्तन के लिए अमेरिका को दोषी ठहराते रहते हैं. उन्होंने कई मौकों पर भारतीय विदेश नीति को उदाहरण के तौर पर प्रयोग करके अपने मुल्क की नीतियों की आचोलना की है.
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