इनकम टैक्स विभाग ने कर्नाटक के ऊर्जा मंत्री के ठिकानों पर बुधवार सुबह छापेमारी की. ऊर्जा मंत्री डी के शिवकुमार की मेजबानी में ही बेंगलुरु के एक रिजॉर्ट में गुजरात के 44 कांग्रेस विधायक ठहरे हुए हैं.
आयकर विभाग के मुताबिक, टैक्स चोरी के एक मामले से जुड़ी जांच के सिलसिले में शिवकुमार के कर्नाटक और दिल्ली के 39 ठिकानों पर तलाशी ली गई है. एक टीम मंत्री के इगलटन रिजॉर्ट भी पहुंची है.
अधिकारियों ने बताया
इनकम टैक्स विभाग के करीब 120 अधिकारी मंत्री और उनके परिवार के 39 ठिकानों पर छापे की कार्रवाई कर रहे हैं. इसमें 8 अगस्त को होने वाले राज्यसभा चुनावों में धनबल के कथित इस्तेमाल और बड़े पैमाने पर अवैध धन के लेन देन के आरोपों की भी जांच कर रहे हैं.
डीके शिवकुमार के दिल्ली स्थित घर से पांच करोड़ रुपये बरामद किए गए हैं
इस बीच कांग्रेस विधायकों का दावा है कि रिसॉर्ट में इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों ने उनके कमरे की तलाशी भी ली.
कांग्रेस का पलटवार
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने छापेमारी की आलोचना करते हुए कहा कि इससे बीजेपी की निराशा और हताशा का पता चलता है.
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा
गुजरात में पहले विधायकों को खरीदने की कोशिश की गई, जब ये नहीं हो पाया तो अब सरकार छापेमारी कर रही है.
इस बीच, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का कहना है कि छापेमारी का कांग्रेस विधायकों से कुछ लेना देना नहीं है.
गुजरात में राज्यसभा के लिए 8 अगस्त को चुनाव होने हैं. इनमें कांग्रेस की ओर से अहमद पटेल उम्मीदवार हैं. लेकिन चुनाव के पहले कांग्रेस के 6 विधायकों ने पार्टी छोड़ दी. इससे पटेल के चुनाव पर असर पड़ सकता था. इसलिए कांग्रेस ने 28 जुलाई को अपने सभी 44 विधायकों को बेंगलुरु भेज दिया था.
BJP पर लगा था विधायकों को डराने का आरोप
इसके बाद गुजरात कांग्रेस ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त और उन्हें डराने धमकाने का आरोप लगाया था. मामले को पब्लिक में लाते हुए गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने कहा-
बीजेपी हॉर्स ट्रेडिंग कर रही है. हम लोकतंत्र को बचाने के लिए लड़ रहे हैं. अगर बीजेपी हमसे कहे कि वे हमे धमकाएंगे नहीं तो हमें यहां एक मिनट रुकने की कोई जरूरत नहीं है.शक्तिसिंह गोहिल
शक्तिसिंह गोहिल ने आरोप लगाया था कि बीजेपी की ओर से कांग्रेस विधायकों को पार्टी छोड़ने के लिए 15 करोड़ रुपये ऑफर किए गए थे.
शंकर सिंह वाघेला के जाने के बाद मचा है घमासान
गुजरात कांग्रेस के सीनियर लीडर रहे शंकर सिंह वाघेला के इस्तीफे के बाद पार्टी में उथल-पुथल मच गई थी. उनके इस्तीफा देने के बाद बाद पीआई पटेल, बलवंत सिंह राजपूत, तेजश्री पटेल, मानसिंह चौहान, रामसिंह परमार और चन्नाभाई चौधरी ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. बलवंत सिंह राजपूत, शंकर सिंह वाघेला के समधी हैं. उन्हें बीजेपी ने राज्यसभा उम्मीदवार भी बनाया है.
कांग्रेस उम्मीदवार अहमद पटेल को राज्यसभा चुनावों के लिए अब एनसीपी और जेडीयू का समर्थन भी मिल गया है. एनसीपी के गुजरात में 2 और जेडीयू का एक विधायक है.
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