राजस्थान का भीलवाड़ा कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में एक आदर्श बन सकता है. कोरोना संक्रमण में प्रदेश का हॉटस्पॉट बनकर उभरे भीलवाड़ा में 17 लोग ठीक हो चुके हैं. इनमें से 9 को अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई है. 30 मार्च के बाद वहां कोई केस भी नहीं आया है. बता दें जिले में कोरोना वायरस से दो लोगों की मौत भी हो चुकी है. कुल मिलाकर वहां कोरोना के 26 मामले सामने आए हैं.
राजस्थान सरकार ने एक अहम फैसले के तहत राज्य के सभी नागरिकों की स्क्रीनिंग कराने का फैसला किया है. इसके तहत राज्य के 7.5 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी.
कोरोना से लड़ने में प्रदेश सरकार के कदमों की सराहना प्रधानमंत्री ने दो अप्रैल को हुई एक मीटिंग में भी की थी. इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए एडीशनल चीफ सेक्रेटरी रोहित कुमार सिंह ने कहा,
यह इसलिए संभव हो सका क्योंकि हमने जिला प्रशासन के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर संक्रमण रोकने के कदम उठाए. जिले में पूरी तरह कर्फ्यू लागू कर दिया गया. 20 लाख लोगों से ज्यादा का सर्वे किया गया. हमने इंफ्लूएंजा जैसे लक्षणों वाले लोगों की पहचान की.रोहित कुमार सिंह, एडीशनल चीफ सेक्रेटरी
सिंह ने बताया कि जो लोग ठीक हुए हैं, उनका इलाज हायड्रोक्सीक्लोरोक्विन, टेमीफ्लू और एचआईवी ड्रग्स से किया गया था.
बता दें राजस्थान में अब तक 179 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2900 पार कर चुकी है.सबसे ज्यादा लोग महराष्ट्र में संक्रमित हैं. वहां 423 लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण फैला है. वहीं तमिलनाडु के मामलों में बहुत तेजी से इजाफा हुआ है. अब तक वहां 411 लोग संक्रमण का शिकार हो चुके हैं. इनमें बड़ी संख्या दिल्ली में निजामुद्दीन के तबलीगी मरकज से लौटे लोगों की है. केरल में अबतक कोरोनो के 295 मामले आ चुके हैं.
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