पीएम नरेंद्र मोदी आज 53वीं बार देश के लोगों से मन की बात की. पीएम ने मन की बात की शुरुआत पुलवामा आतंकी हमले से की. पीएम ने शहीद जवानों का जिक्र करते हुए कहा कि आज मन बहुत भरा हुआ है, 10 दिन पहले हमारे देश के 40 वीर सपूतों ने देश के लिए अपनी जान दी. पीएम मोदी ने कहा कि हमले के 100 घंटे के अंदर सेना ने कड़े कदम उठाए और आतंकियों और उनके मददगारों को खत्म किया.
पीएम मोदी ने पुलवामा हमले को याद करते हुए कहा कि वीर जवानों की शहादत से देश के लोगों में आघात और आक्रोश है.
पीएम मोदी ने शहीदों के परिवारवालों का जिक्र करते हुए कहा-
वीर सैनिकों की शहादत के बाद, उनके परिजनों की जो प्रेरणादायी बातें सामने आयी हैं, उसने पूरे देश के हौसले को और बल दिया है. बिहार के भागलपुर के शहीद रतन ठाकुर के पिता राम निरंजन जी ने, दुख की इस घड़ी में भी जिस जज्बे का परिचय दिया है, वह हम सबको प्रेरित करता है. जब तिरंगे में लिपटे शहीद विजय शोरेन का शव झारखंड के गुमला पहुंचा, तो मासूम बेटे ने यही कहा कि मैं भी फौज में जाऊंगा .इस मासूम का जज्बा भारतवर्ष के बच्चे-बच्चे की भावना को व्यक्त करता है.
पीएम ने देवरिया के शहीद विजय मौर्य और कांगड़ा के शहीद तिलकराज का भी जिक्र किया.
हमारा एक भी वीर शहीद इसमें अपवाद नहीं है, उनका परिवार अपवाद नहीं है. चाहे वो देवरिया के शहीद विजय मौर्य का परिवार हो, कांगड़ा के शहीद तिलकराज के माता-पिता हों या फिर कोटा के शहीद हेमराज का छः साल का बेटा हो. शहीदों के हर परिवार की कहानी, प्रेरणा से भरी हुई हैं
मन की बात में पीएम मोदी ने मोरार जी देसाई को भी किया याद
पीएम मोदी ने आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा कि मोरार जी देसाई ने उस कठिन समय में भारत का कुशल नेतृत्व किया. जब देश के लोकत्रांतिक ताने-बाने को खतरा था. इसके लिए हमारी आने वाली पीढ़ियां भी उनकी आभारी रहेंगी.
पीएम मोदी ने पद्म अवार्ड का जिक्र करते हुए कहा कि पहली बार ऐसे लोगों को पद्म अवॉर्ड दिया गया, जिन लोगों के बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं.
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