28 जनवरी, 2018 को 8 महीने की बच्ची के साथ उसके घर में ही रेप हुआ. जब उसके मां-बाप काम के लिए घर से बाहर गए थे, तब बच्ची के 28 साल के चचेरे भाई ने इस वारदात को अंजाम दिया. मां के लौटने पर घर में छुटकी (वो नाम जो क्विंट ने उसे दिया) खून से लथपथ मिली. छुटकी के पिता मजदूरी करते हैं और मां दूसरे के घरों में काम करती हैं.
मां-बाप के इसके बाद नेताजी सुभाष प्लेस पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. लेकिन अब तक मामले में चार्जशीट दायर नहीं की गई है.
नेताजी सुभाष प्लेस पुलिस स्टेशन की सहायक सब इंस्पेक्टर (एएसआई), पार्वती जो इस मामले की जांच अधिकारी (आईओ) का कहना है, “हमारे पास सभी जरूरी डाॅक्यूमेंट्स तैयार हैं, लेकिन हम अभी तक चार्जशीट दायर नहीं कर पाए हैं. अंतरिम जांच में बहुत सी चीजें सामने आ चुकी हैं, लेकिन इसे अगले दो दिनों में दर्ज कर देना चाहिए. "
इस मामले में आरोपी छुटकी का 28 साल का चचेरा भाई सूरज है, जिसके खिलाफ मां ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. जिस दिन बच्ची के साथ बलात्कार किया गया था, सूरज ने कथित रूप से पुलिस के सामने कबूल किया कि उसने शराब के नशे में अपराध किया था. वह दिल्ली में छुटकी के घर के ऊपर वाले अपने फ्लैट में ही रहता था.
हालांकि छुटकी की हालत में अब सुधार है.
एम्स में डॉक्टरों के मुताबिक, उसे एक और मेजर सर्जरी की जरूरत है. 17 अप्रैल को उसका आॅपरेशन होगा. बच्ची के योनि और गुदा मार्ग में चोट की वजह से उसके शरीर में मल-मूत्र त्याग के लिए आर्टिफिशियल ओपनिंग बनाई गई थी, उसको बंद किया जाएगा. उन्होंने कहा है कि उसकी अंदरुनी चोटें भी ठीक हो रही हैं.छुटकी के पिता
इससे पहले 3 सर्जरी हो चुकी है. सर्जरी के बाद छुटकी को दिन में 20 से 25 बार पट्टी बदले जाने की जरूरत पड़ती है. बच्ची के योनि और गुदा मार्ग को चोट आई हैं. सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली महिला आयोग की तरफ से बच्ची के लिए कुछ मदद आई है. कोर्ट ने जहां एम्स में छुटकी के इलाज की व्यवस्था की है वहीं दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने छुटकी के परिवार को 50 हजार का चेक सौंपा है.
छुटकी के माता-पिता ने उसका और उसकी 2 साल बड़ी बहन का ख्याल रखने के लिए फिलहाल काम पर जाना छोड़ दिया है. पिछले सप्ताह उसके पिता कोलकाता अपनी पत्नी के ससुराल गए, ताकि उनकी सास घर आकर अच्छे से देखभाल में मदद कर सके.
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