इलाहाबाद यूनिवर्सिटी को आशीष चौहान के रूप में अपना नया चांसलर (कुलाधिपति) मिल गया है. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सीईओ आशीष चौहान (Ashish Chauhan) को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के विजिटर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नए चांसलर के तौर पर नियुक्त किया. जिसके बाद चौहान अगले पांच साल के लिए इस पद पर रहेंगे.
BSE में कर दिए कई अहम बदलाव, दिलाई नई पहचान
बीएसई के सीईओ आशीष चौहान ने उनकी नियुक्ति के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री मोदी और शिक्षा मंत्री को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि वो इस पर नियुक्त होकर काफी गौरवांनित महसूस कर रहे हैं.
आशीष चौहान ने आईआईटी बॉम्बे से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की है. उन्हें बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में बड़ा सुधार लाने के लिए जाना जाता है.
उन्होंने बीएसई को काफी तेजी से दुनिया के सबसे तेज एक्सजेंच में शामिल कर दिया. चौहान ने मोबाइल ट्रेडिंग और इसी तरह के बाकी कुछ फीचर्स की मदद से बीएसई को एक नई पहचान दिलाई. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के फाउंडर्स की कोर कमेटी में आशीष चौहान का नाम भी शामिल था.
BSE की तस्वीर बदलने को लेकर मिली पहचान
उन्हें बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में रिफॉर्म के लिए देश और दुनिया में लोग जानते हैं. क्योंकि उन्होंने मार्केट में कई इनवेस्टर्स को आने के लिए उत्साहित किया और बीएसई को एक नई ऊंचाइयों तक ले गए. चौहान को 2009 में बीएसई का डिप्टी सीईओ बनाया गया था. जिसके बाद उन्होंने यहां अपना हुनर दिखाया और देखते ही देखते बीएसई की तस्वीर बदलकर रख दी. बाद में 2012 में उन्हें सीईओ बना दिया गया. 2017 में कार्यकाल खत्म होने के बावजूद उन्हें 2022 तक बीएसई के सीईओ के तौर पर नियुक्ति दी गई.
आशीष चौहान इससे पहले रिलायंस ग्रुप के साथ भी काम कर चुके हैं. इसी दौरान उन्होंने आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस के सीईओ के तौर पर भी काम किया था. लेकिन उन्हें पहचान बीएसई में ऐतिहासिक रिफॉर्म को लेकर मिली.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)