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ग्राफिक नॉवेल: छुआछूत के खिलाफ लड़ाई पर अंबेडकर-गांधी में था मतभेद

भले ही अंबेडकर और गांधी, वंचित वर्गों के उत्पीड़न के खिलाफ लड़े हों, लेकिन दोनों की राह एक-दूसरे से पूरी अलग थी.

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भले ही बीआर अंबेडकर और महात्मा गांधी दोनों भारत में वंचित वर्गों पर उत्पीड़न और छुआछूत के खिलाफ लड़े हों, लेकिन इस लड़ाई में दोनों की राह एक दूसरे से पूरी तरह अलग थी. ऐसे में इस मुद्दे के कई पहलुओं पर दोनों के बीच असहमति भी सामने आई थी.

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इस खास ग्राफिक नॉवेल में देखिए दोनों नेताओं के विचारों की एक झलक:

भले ही अंबेडकर और गांधी, वंचित वर्गों के उत्पीड़न के खिलाफ लड़े हों, लेकिन दोनों की राह एक-दूसरे से पूरी अलग थी.
भले ही अंबेडकर और गांधी, वंचित वर्गों के उत्पीड़न के खिलाफ लड़े हों, लेकिन दोनों की राह एक-दूसरे से पूरी अलग थी.
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भले ही अंबेडकर और गांधी, वंचित वर्गों के उत्पीड़न के खिलाफ लड़े हों, लेकिन दोनों की राह एक-दूसरे से पूरी अलग थी.
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भले ही अंबेडकर और गांधी, वंचित वर्गों के उत्पीड़न के खिलाफ लड़े हों, लेकिन दोनों की राह एक-दूसरे से पूरी अलग थी.
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