कर्नाटक में येदियुरप्पा सरकार के बनने और गिरने के बाद पहली बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह सबके सामने आए और दम ठोककर सरकार बनाने के पार्टी के फैसले को सही ठहराया. शाह ने दावा किया कि अगर विधायकों को कांग्रेस और जेडीएस ने खुला छोड़ दिया होता तो बीजेपी ने बहुमत हासिल कर लिया होता.
इसके कुछ देर बात कांग्रेस भी जवाब देने उतरी और आरोप लगाया कि बीजेपी दरअसल विधायकों की खरीद फरोख्त करना चाहती थी और इसके लिए 4000 करोड़ रुपए का बजट रखा गया था. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में बीजेपी ने 6500 करोड़ रुपए खर्च किए.
आइए आपको बताते है अमित शाह की दलीलें और उन पर कांग्रेस का जवाब
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कर्नाटक में सरकार बनाने पर अमित शाह की दलीलें
- जनादेश सिर्फ और सिर्फ बीजेपी के लिए था इसलिए उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया.
- अगर उनकी पार्टी दावा ना करती तो कर्नाटक की जनता से धोखेबाजी होती
- कांग्रेस पीपीपी यानी पुडिचेरी, पंजाब और परिवार की होकर रह गई है. कांग्रेस बताए जश्न क्यों मना रही है, कांग्रेस पीपीपी होने का जश्न मना रही है.
- कर्नाटक के परिणाम बहुत स्पष्ट है, जनता ने कांग्रेस को नकारा. इस जनादेश को कंफ्यूज्ड नहीं कहा जा सकता.
- कांग्रेस ने हार को भी जीत देखने का चश्मा बनाया है. ईश्वर से उम्मीद है कि वो यही व्याख्या करें ताकि हमें 2019 में कोई तकलीफ ना हो
- कांग्रेस-जेडीएस का गठबंधन अपवित्र गठबंधन है.
- विपक्षी पार्टियों का गठबंधन 2014 में भी हमारे खिलाफ था, इसमें कोई नई बात नहीं है. 2019 में इससे भी बड़ा बहुमत बीजेपी को मिलेगा
- अगर विधायकों को खुला छोड़ देते तो जनता बता देती कि वोट किसको देना है
- हम पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया, कांग्रेस ने पूरा अस्तबल बेच खाया
- जब बीजेपी ने दावा पेश किया तो कांग्रेस और जेडीएस ने दावा ही नहीं किया था. दावा पहले बीजेपी ने किया था, कांग्रेस जेडीएस बाद में गए
- बीजेपी हमेशा सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करती है, बीजेपी के खिलाफ फैसले के बाद हम महाभियोग लेकर नहीं आएंगे
शाह पर आनंद शर्मा का पलटवार
- दुनिया का सबसे अमीर दल बीजेपी ही है. बीजेपी ने कर्नाटक चुनाव में करीब 6500 करोड़ रुपए इस्तेमाल किया
- बीजेपी ने हर प्रत्याशी को बीस-बीस करोड़ रुपए दिए. बीजेपी ने 4000 करोड़ रुपए विधायकों को खरीदने के लिए अलग रखे थे.
- इस बात की निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच हो कि बीजेपी ने ये पैसा कहां से जुटाया
- कांग्रेस और जेडीएस विधायकों को सैकड़ों करोड़ों रुपए का प्रलोभन दिया गया,
- बीजेपी का विधायकों को किडनैप करने का इरादा था. वोटिंग के दिन भी बंधक विधायकों को पुलिस निकालकर लाई
- सुप्रीम कोर्ट के आदेश से मजबूर होकर बीजेपी वो नहीं कर पाई जो करना चाहती थी
- कर्नाटक का जनादेश कांग्रेस और जेडीएस के गठबंधन के लिए था,
- कांग्रेस को बीजेपी से ज्यादा वोट मिले हैं. कांग्रेस और जेडीएस मिलाकर बीजेपी से 21 परसेंट ज्यादा वोट मिले हैं.
- जैसा मौका वैसे सरकार बना लो ये बीजेपी का हाल है. हर चुनाव में मान्यता बदल जाती हैं. बीजेपी पूरी की पूरी सरकार चुरा लेती है.
- बीजेपी ने कई अपवित्र गठबंधन किए हैं, हैरत की बात है. बिहार में नीतीश कुमार का साथ ले लिया
- कांग्रेस को सुप्रीम कोर्ट में हमेशा यकीन था, सुप्रीम कोर्ट और व्यक्ति विशेष पर बहुत फर्क होता है
- बीजेपी बेईमानी और दुर्भावना से काम करती है. बीजेपी ने कर्नाटक में चुनाव खत्म होते ही पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ा दिए
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