ADVERTISEMENTREMOVE AD

असम, बिहार, मेघालय बाढ़ की चपेट में,अमित शाह ने की हाई लेवल मीटिंग

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

बाढ़ से बेहाल राज्यों के हालात पर गृह मंत्री अमित शाह ने हाई लेवल मीटिंग की है. शाह ने एनडीआरएफ और अन्य एजेंसियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं साथ ही किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है. बता दें कि भारी बारिश के कारण असम, बिहार, मेघालय में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

बाढ़ के चपेट में आकर कई लोगों की मौत भी हो गई है. अब तक बिहार में 2, असम में 6 और मेघालय में 5 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है. गृह मंत्री शाह ने सभी अफसरों को लगातार बाढ़ प्रभावित राज्यों के संपर्क में रहने के लिए कहा है. शाह ने कहा है कि जान-माल को बचाने के लिए हर संभव कोशिश की जाए

आपदा प्रबंधन की टीमों को पहले से ही बाढ़ प्रभावित इलाकों में भेज दिया गया है. अगर जरूरत होगी तो और ज्यादा टीमों को भेजा जाएगा. हम राज्यों की हर तरह की मदद करने के लिए तैयार हैं. एजेंसियों ने 24 घंटे सेवाओं वाले कंट्रोल रूम भी बनाए हैं.’’
नित्यानंद राय, गृह राज्य मंत्री

अमित शाह ने भी किया ट्वीट

गृह मंत्री अमित शाह ने बाद में ट्वीट किया, ‘‘देश के कई हिस्सों में आई बाढ़ पर गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक की. सभी को राहत, रेस्क्यू और बचाव के कामों के लिए निर्देश भी दिए गए हैं.’’

असम और बिहार में बाढ़ से बुरे हालात

बिहार और असम में बाढ़ के कारण हालत गंभीर बने हुए हैं. असम ब्रह्मपुत्र नदी और उसकी सहायक नदियों में आई बाढ़ के पानी में जलमग्न हैं. असम में करीब 8 लाख 70 हजार लोग इसे प्रभावित हैं और अब तक 6 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.

वहीं बिहार के उत्तरी हिस्सों और नेपाल के तराई क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश के बाद कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे राज्य के कम से कम 6 जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं. बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया, "राज्य के 6 जिले शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, अररिया और किशनगंज के क्षेत्रों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. राहत और बचाव कार्य प्रारंभ कर दिए गए हैं." बता दें कि बाढ़ के कारण दोनों राज्यों में रेल प्रभावित है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×