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‘अर्जुन के तीर में थी एटमी ताकत’- पश्चिम बंगाल के गवर्नर

ऐसे बयान देने वालों में धनखड़ अकेले नहीं

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पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने दावा किया है कि महाभारत के अर्जुन के तीरों में परमाणु शक्ति थी. यही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि रामायण के दिनों में ‘पुष्पक विमान’ था. ये सब कुछ उन्होंने किसी आम कार्यक्रम में नहीं बल्कि 45 वें ईस्ट इंडिया साइंस मेले और 19वें सांइस एंड इंजीनियरिंग फेयर में बोला है. धनखड़ ने यह भी दावा किया कि रामायण काल में उड़ने वाली वस्तुएं मौजूद थीं.

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मंगलवार को कोलकाता में आयोजित कार्यक्रम में धनखड़ ने कहा,

यह 20वीं सदी में नहीं, बल्कि रामायण के दिनों में ही हमारे पास पुष्पक विमान था. “ऐसा कहा जाता है कि विमान का आविष्कार 1910 या 1911 में किया गया था, लेकिन अगर हम अपने पुराने शास्त्रों को देखते हैं तो हम रामायण में देखेंगे, हमारे पास ‘उड़न खटोला’ (विमान) था.”

उन्होंने कहा, “संजय ने महाभारत का पूरा युद्ध घृतराष्ट्र को सुनाया, लेकिन टीवी देखकर नहीं. महाभारत में ऐसा प्रसंग है कि कुरुक्षेत्र के युद्ध के दौरान संजय ने हस्तिनापुर में बैठकर नहीं देख पाने वाले नरेश धृतराष्ट्र को आंखों देखा हाल सुनाया था. इसके लिए संजय के पास दिव्यदृष्टि जैसी कोई शक्ति थी. धनखड़ ने कहा कि दुनिया अब भारत को नजरअंदाज करने का जोखिम नहीं उठा सकती है.”

बता दें कि धनखड़ ने पिछले साल जुलाई में पश्चिम बंगाल के गवर्नर के रूप में पदभार संभाला था, तब से सीएम ममता बनर्जी सरकार के साथ टकराव की खबरें आती रही हैं.

ऐसे बयान देने वालों में धनखड़ अकेले नहीं

बता दें कि धनखड़ पहले ऐसे शख्स नहीं हैं जिन्होंने इस तरह का बयान दिया है. इनसे पहले त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब और यूपी के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा पौराणिक कथाओं की अजब व्याख्या कर चुके हैं.

विप्लब देब ने दावा किया था कि महाभारत के दौरान इंटरनेट मौजूद था, वहीं शर्मा ने सुझाव कहा था कि सीता एक टेस्ट ट्यूब बेबी थीं.

किरण बेदी का नाम भी लिस्ट में

हाल ही में, पुडुचेरी के उपराज्यपाल किरण बेदी को एक वीडियो शेयर करने के लिए ऑनलाइन खिंचाई की गई थी. किरण बेदी ने 4 जनवरी को एक अजब-गजब वीडियो शेयर किया. इस वीडियो में उन्होंने दावा किया कि नासा ने सूर्य की ध्वनि को रिकॉर्ड किया है, और ये ध्वनि सुनने में ‘ओम’ जैसी सुनाई पड़ती है. लेकिन द क्विंट ने ये वेरीफाई करने की कोशिश की और पाया कि इस वीडियो में जो दावा किया गया है वो बिल्कुल भी सही नहीं है. नासा ने ऐसी कोई भी रिपोर्ट जारी नहीं की है, जो दावा करती हो कि सूर्य से ओम जैसी आवाज सुनी गई.

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