राफेल डील पर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान के बाद मचे सियासी घमासान के बीच खुद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अब मोर्चा संभाला है. जेटली ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला है. जेटली ने कहा है कि राहुल गांधी के ऐसे बयानों की कोई विश्वसनीयता नहीं है. राफेल डील स्कैम नहीं है ये भारतीय सेना की जरूरत है, कांग्रेस ने देश के 10 साल बर्बाद कर दिए हैं. हमने देश की भलाई के लिए ये डील की है.
जेटली ने कहा रद्द नहीं होगी डील
जेटली ने कहा कि कांग्रेस के बेबुनियाद आरोपों की वजह से ये डील रद्द नहीं होगी. उन्होंने कहा कि यह घोटाला कैसे हो सकता है अगर दर्जनों भारतीय कंपनियां कहती हैं कि 56,000 करोड़ रुपए के अनुबंध के लिए ऑफसेट 28,000 करोड़ रुपए होने जा रहे हैं. मैं उन 20 में से एक बनना चाहता हूं जो ऑफसेट आपूर्ति करने जा रहे हैं? हर किसी को 2000 से 4000 करोड़ रुपए मिलेंगे. यह कैसे अप्रासंगिक है.
राहुल गांधी के इस बयान पर ‘हिंदुस्तान के चौकीदार चोर हैं’ के सवाल पर जेटली ने कहा- पब्लिक डिस्कोर्स लाफ्टर चैलेंज नहीं. मैंने पहले ही लिखा था कि आप किसी को आंख मार दो, कभी जाकर गले लगा लो और प्रधानमंत्री के लिए इस तरह के अपशब्दों का इस्तेमाल करना बिल्कुल सही नहीं हैं. आप सही शब्दों का चयन तो करना सीख लें.
फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति औलांद के बयान पर जेटली ने कहा कि मुझे इसमें कोई हैरानी नहीं कि ये सब पहले से फिक्स हो. राहुल गांधी पर सवाल उठाते हुए जेटली ने कहा कि 30 अगस्त को उन्होंने ट्वीट किया फ्रांस के अंदर कुछ बम चलने वाले हैं. ये उनको कैसे मालूम कि ऐसा बयान आने वाला है, ये इस तरह की जो जुगलबंदी है मेरे पास कोई सबूत नही है, लेकिन प्रश्न तो खड़ा होता है. आखिर उन्होंने 20 दिन पहले ही कैसे घोषणा कर दी कि ऐसा कुछ होने वाला है.
आपको बता दें कि फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने एक फ्रेंच वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में कहा है कि राफेल डील के वक्त भारत ने फ्रांस सरकार को कहा था कि वो अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस को पार्टनर बनाए. जिसके बाद राफेल डील विवाद को फिर हवा मिल गई है और कांग्रेस समेत विपक्ष राफेल को एक घोटाला बताते हुए पीएम मोदी को दोषी बता रहा है.
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