दिल्ली के निजामुद्दीन में मरकज में इकट्ठा हुए लोगों का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है. इस इस्लामिक कार्यक्रम में करीब 1500 से भी ज्यादा लोग एक ही जगह पर जमा हुए थे. इस मामले को लेकर अब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सामने आकर कहा है कि उन्होंने एलजी से एफआईआर दर्ज कराने को लेकर बात की है. साथ ही केजरीवाल ने कहा कि मरकज में शामिल 441 लोगों में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं.
दिल्ली के सीएम ने इस मामले को गैर जिम्मेदाराना हरकत बताते हुए कहा कि ,
“इस वक्त नवरात्रि चल रही हैं मंदिरों में कोई नहीं है, गुरुद्वारे खाली हैं, मक्का खाली है, वेटिकन सिटी खाली है. ये ऐसी बीमारी है जिससे बड़े-बड़े देश भी नहीं बचे, ऐसी स्थिति में भी अगर हम गैर-जिम्मेदाराना हरकत करेंगे तो बहुत दिक्कत होगी.”
केजरीवाल ने दिल्ली को लेकर आंकड़े देते हुए कहा, “अभी तक दिल्ली में 97 केस हैं, 97 मामलों में से 24 मामले निजामुद्दीन मरकज के हैं. 41 ने विदेश की यात्रा की है और 22 विदेशी यात्रियों के परिवार के सदस्य हैं. 10 मामलों का अभी तक पता नहीं चल पाया है.”
केजरीवाल ने कहा कि इस मामले को लेकर एफआईआर की भी बात की गई है. साथ ही जिन अधिकारियों ने लापरवाही बरती है उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि जिन लोगों में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं उन सभी को फिलहाल हॉस्पिटल भेज दिया गया है. मरकज से कुल 1548 लोगों को निकाला गया है.
पुलिस पर भी सवाल
इससे पहले आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान ने भी मरकज के मामले को लेकर ट्वीट किया था. जिसमें उन्होंने दावा किया कि वो पहले ही पुलिस को इस मामले को लेकर बता चुके थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने ट्विटर पर लिखा,
“23 मार्च को रात 12 बजे मैंने DCP South East और ACP Nizamuddin को बता दिया था कि निजामुद्दीन मरकज में 1000 के आस पास लोग फसे हुए हैं, फिर पुलिस ने इनको भेजने का इंतजाम क्यों नही किया.”
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