अल्पसंख्यकों के साथ बर्ताव को लेकर पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के मोदी सरकार पर दिए गए बयान पर एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार किया है. ओवैसी ने कहा, 'पाकिस्तान के संविधान के मुताबिक एक मुस्लिम ही राष्ट्रपति बनने की योग्यता रखता है. जबकि भारत ने शोषित समुदायों से कई राष्ट्रपति देखे हैं. यह सही समय है, जब खान साहब समावेशी राजनीति और अल्पसंख्यकों को मिलने वाले अधिकारों के बारे में हमसे सीखें.'
इमरान खान ने क्या कहा था
इमरान खान ने बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के एक बयान पर पैदा हुए विवाद के बीच शनिवार को कहा कि वह मोदी सरकार को दिखाएंगे कि अल्पसंख्यकों के साथ किस तरह बर्ताव किया जाए.
हम मोदी सरकार को दिखाएंगे कि अल्पसंख्यकों के साथ किस तरह बर्ताव किया जाए...भारत में लोग कह रहे हैं कि अल्पसंख्यकों के साथ समान नागरिकों जैसा व्यवहार नहीं हो रहा.इमरान खान
क्या था नसीरुद्दीन शाह का बयान
नसीरुद्दीन शाह ने भारत में भीड़ द्वारा हिंसा को लेकर कहा था, "देश की हवा में जहर फैल चुका है, इस जिन्न को बोतल में बंद करना मुश्किल होगा. मुझे अपने बच्चों के लिए डर लगता है कि कभी कोई उनको कहीं रोककर पूछने न लगे कि बताओ, तुम हिंदू हो या मुस्लिम?’’
इमरान के बयान पर नसीरुद्दीन का जवाब
नसीरुद्दीन शाह ने भी पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के बयान पर जवाब दिया है. द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जिन मुद्दों से उनका (इमरान का) वास्ता नहीं है, उनसे उन्हें दूर रहना चाहिए.
मेरे खयाल से मिस्टर खान को अपने देश के बारे में बात करनी चाहिए, न कि उन मुद्दों पर जिनसे उनका कोई वास्ता नहीं है. हम 70 सालों से एक लोकतंत्र हैं और हमें मालूम है कि अपना खयाल कैसे रखना है.नसीरुद्दीन शाह
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