उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी किस हद तक अपने चरम पर पहुंच चुकी है, इसका ताजा उदाहरण शनिवार को देखने को मिला. गाजीपुर में शनिवार को रोजगार मेले का उद्घाटन करने पहुंचे सीएम योगी को बेरोजगारों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा. इस कार्यक्रम के दौरान उमड़े बेरोजगार युवाओं ने यहां खूब हंगामा किया. युवाओं ने कुर्सियां उछालीं, बोतलें फेंकी और कई युवाओं की झड़प भी हुई. जिसकी वजह से कार्यक्रम शुरू होने के पांच मिनट बाद ही सीएम योगी वहां से चल दिए.
यहां देखें वीडियो
हजारों की संख्या में पहुंचे थे युवा
रोजगारी की तलाश में इस रोजगार मेले में हिस्सा लेने हजारों की संख्या में युवा पहुंचे थे. इस रोजगार मेले का आयोजन स्थानीय सांसद और रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा की ओर से किया गया था. युवाओं का आरोप है कि मेले में रजिस्ट्रेशन के दौरान भेदभाव किया जा रहा है. आरोप लगाए गए कि केंद्रीय रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा के समर्थक सिर्फ अपने लोगों का ही रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं.
हंगामे के बाद यहां आई कई कंपनियों को वापस लौटना पड़ा. रिपोर्ट्स के मुताबिक रोजगार मेले में एयरटेल, बजाज कैपिटल, केएफसी, कैफे कॉफी डे, वोडाफोन, वोल्टास जैसी कई कंपनियां आई थीं.
5 हजार का मिल रहा था ऑफर
जिन युवाओं का रजिस्ट्रेशन हो रहा था उन्हें भी सिर्फ नौकरी का सपना दिखाकर वापस भेजा जा रहा था. आरोप यह भी लगे कि मेले में आई कंपनियां युवाओं की स्किल के मुताबिक नौकरियां नहीं दे रही थीं. कुछ कंपिनियां तो युवाओं को 5 हजार रुपये का भी ऑफर दे रही थीं.
सीएम के मंच पर फेंका मिट्टी भरा गमछा
रोजगार मेले में पहुंचे युवाओं ने योगी आदित्यनाथ के पहुंचने के कुछ ही मिनट बाद हंगामा शुरू कर दिया. उद्घाटन के बाद युवाओं ने जमकर उत्पात मचाना शुरू कर दिया, कुर्सियों को तोड़ना, एक दूसरे के साथ झड़पें शुरू हो गईं. लेकिन सीएम योगी का भाषण खत्म होते ही कुछ युवाओं ने मंच पर मिट्टी से भरा गमछा फेंक दिया, जिससे वहां स्थिति और भी ज्यादा खराब हो गई. आयोजकों ने औपचारिकता पूरी कर कार्यक्रम का समापन किया. सीएम योगी के जाते ही यहां आई कंपनियों के स्टॉल भी नहीं बचे. कुछ युवाओं ने स्टॉलों को भी तोड़ डाला. यहां मौजूद पुलिसकर्मी इस दौरान मूक दर्शक बने रहे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)