एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कश्मीर मुद्दे को लेकर पाकिस्तान पर तीखा हमला किया है. ओवैसी ने कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और रहेगा. पाकिस्तान को कश्मीर मामले में दखल देना बंद कर देना चाहिए.
हैदराबाद से एआईएमआईएम के सांसद ओवैसी ने कहा कि केंद्र में चाहे कांग्रेस हो या बीजेपी कश्मीर घाटी में हालात सामान्य करने के लिए उनके पास कोई ठोस नीति नहीं रहती है. ओवैसी ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि कश्मीर पर नीति में निरंतरता रहनी चाहिए लेकिन दुर्भाग्य से उसका अभाव है.''
असदुद्दीन ओवैसी ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि केंद्र सरकार कश्मीरी पंडितों के लिए कुछ नहीं कर रही है. उन्होंने कहा, ‘‘कश्मीर समस्या का हल जेम्स बॉन्ड या रैम्बो शैली में नहीं होना चाहिए.''
हाल ही में इस्तीफा देने वाले 2010 बैच के आईएएस अधिकारी शाह फैसल के बारे में अपनी राय रखते हुए ओवैसी ने कहा, “शाह फैसल को अपनी खुद की स्वतंत्र राजनीतिक राह चुननी चाहिए. कश्मीर को इसी की जरूरत है.”
कुछ दिनों पहले ही अल्पसंख्यकों के साथ बर्ताव को लेकर पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के मोदी सरकार पर दिए गए बयान पर असदुद्दीन ने कहा था:
“पाकिस्तान के संविधान के मुताबिक एक मुस्लिम ही राष्ट्रपति बनने की योग्यता रखता है. जबकि भारत ने शोषित समुदायों से कई राष्ट्रपति देखे हैं. यह सही समय है, जब खान साहब समावेशी राजनीति और अल्पसंख्यकों को मिलने वाले अधिकारों के बारे में हमसे सीखें.”
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के एक बयान पर पैदा हुए विवाद के बीच कहा था, “हम मोदी सरकार को दिखाएंगे कि अल्पसंख्यकों के साथ किस तरह बर्ताव किया जाए. भारत में लोग कह रहे हैं कि अल्पसंख्यकों के साथ समान नागरिकों जैसा व्यवहार नहीं हो रहा.”
इमरान के पीएम मोदी पर दिए गए बयान को लेकर ओवैसी ने कहा था कि पाकिस्तान को हमसे सीखना चाहिए.
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