असम में बाढ़ के कारण हालत गंभीर बने हुए हैं. राज्य के आधे से अधिक जिले ब्रह्मपुत्र नदी और उसकी सहायक नदियों में आई बाढ़ के पानी में जलमग्न हैं. अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है. करीब 8 लाख 70 हजार लोग इसे प्रभावित हैं. बाढ़ में फंसे लोगों के मदद के लिए भारतीय सेना आगे आई है.
रेल सेवाएं रुकी हुई हैं
लगातार बारिश की वजह से असम के बराक घाटी और त्रिपुरा के लिए ट्रेन सेवाएं रुकी रहीं. बारिश की वजह से पूर्वोत्तर सीमावर्ती रेलवे (एनएफआर) के लुमडिंग-बदरपुर पहाड़ी खंड में रेल पटरियां प्रभावित हुई हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के मुताबिक प्रभावित जिलों में धेमाजी, लखीमपुर, बिस्वनाथ, नलबाड़ी, चिरांग, गोलाघाट, माजुली, जोरहाट, डिब्रूगढ़, नगांव, मोरीगांव, कोकराझार, बोंगाईगांव, बक्सा, सोनितपुर, दर्रांग और बारपेटा शामिल हैं.
एएसडीएमए ने बताया कि 41 राजस्व सर्किल में करीब 800 गांव जलमग्न हैं और करीब 2,000 प्रभावित लोग 53 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं और जिला प्रशासन ने उनके लिए राहत वितरण केंद्र भी बनाए गए हैं.
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान को नुकसान
काजीरंगा संभागीय वन अधिकारी रुहिनी सैकिया ने बताया कि बाढ़ से काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान भी प्रभावित हुआ है, जिसके कारण अधिकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग से होकर गुजरने वाहनों की आवाजाही सीमित करने के लिये सड़क पर अवरोधक स्थापित किए गए हैं.
गोलाघाट प्रशासन ने उद्यान के आस-पास सीआरपीसी की धारा 144 लगा दी है क्योंकि बाढ़ की वजह से पशु यहां से निकलकर अपनी सुरक्षा में ऊंचाई वाले जगहों की तलाश में राष्ट्रीय राजमार्ग को पार कर कार्बी आंगलोंग की ओर जा रहे हैं.
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