जानेमाने लेखक अमीश त्रिपाठी को लंदन स्थित नेहरू सेंटर का डायरेक्टर नियुक्त किया गया है. वो 2 अक्टूबर से सेंटर का कार्यभार संभालेंगे. यह सेंटर इंडियन काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशंस (ICCR) के अधीन आता है.
ICCR के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ‘सीक्रेट ऑफ द नागा’ और ‘सीता- वॉरियर ऑफ मिथिला’ जैसी पुस्तकों के लेखक त्रिपाठी को लंदन स्थित नेहरू सेंटर का डायरेक्टर नियुक्त किया गया है, वह श्रीनिवास गोत्रु की जगह लेंगे. गोत्रु का चार साल का कार्यकाल इस साल की शुरूआत में खत्म हो गया.
आईसीसीआर के अध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि त्रिपाठी ने इस पद के लिए आवेदन दिया था. एक चयन समिति ने उनका साक्षात्कार लिया और उसके बाद उन्हें नियुक्त किया गया.
बता दें, लंदन में नेहरू सेंटर की स्थापना साल 1992 में की गई थी. दिवंगत एक्टर गिरीश कर्नाड और डिप्लोमैट गोपालकृष्ण गांधी और पवन वर्मा जैसे लोग इस सेंटर के डायरेक्टर रह चुके हैं.
कौन हैं अमीश त्रिपाठी?
अमीश त्रिपाठी एक भारतीय लेखक हैं. अमीश त्रिपाठी अपने प्रसिद्ध उपन्यास “द इम्मोर्टल्स ऑफ मेलुहा’ (2010), दी सीक्रेट ऑफ द नागास (2011 , द ओथ ऑफ द वायु पुत्र (2013), स्कोन ऑफ इक्ष्वाकु और सीता: वॉरियर ऑफ मिथिला” के लिए जाने जाते हैं.
- अमीश की छह किताबों की 4 मिलियन प्रतियां छप चुकी हैं और इनसे कुल 120 करोड़ की कमाई हुई है.
- उनकी किताबें 19 भारतीय और अंतरराष्ट्रीय भाषाओं में अनुवादित हो चुकी हैं
- शिवा ट्रायलॉजी उनकी सबसे ज्यादा बिकने वाली किताब है
- रामचंद्र सीरीज की किताब उनकी दूसरी सबसे ज्यादा बिकने वाली किताब है
- लेखन में आने से पहले उन्होंने 14 साल तक फाइनेंस सर्विस इंडस्ट्री में काम किया
- फोर्ब्स इंडिया ने भी अमीश को लगातार 2012, 2013, 2014 और 2015 में भारत के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की लिस्ट में शामिल किया था
अमीश त्रिपाठी की लिखी गई कई किताबें बेस्टसेलर रही हैं. ऐसे में नेहरू सेंटर को उनकी लेखन और मार्केटिंग स्किल्स का फायदा मिल सकता है. नेहरू सेंटर भारतीय संगीत, नृत्य, थिएटर, बुक लॉन्च, फिल्म स्क्रीनिंग, सेमिनार और व्याख्यान जैसे कार्यक्रम आयोजित करता है.
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