ADVERTISEMENTREMOVE AD

प्रतिबंधित संगठन ULFA-I ने ली असम बम धमाकों की जिम्मेदारी

गणतंत्र दिवस के मौके पर असम में 4 जगहों पर ग्रेनेट से बम धमाका किया गया

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

असम में गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) की सुबह चार बम धमाके हुए. इनमें तीन धमाके डिब्रूगढ़ जिले और एक चरायदेव जिले में हुआ. धमाकों के बाद ULFA (I) पर शक जताया जा रहा था. लेकिन अब उल्फा ने खुद साने आकर इस बम धमाके की जिम्मेदारी ले ली है. यानी असम में जो चार बम धमाके हुए हैं उसे प्रतिबंधित संगठन उल्फा ने कराया है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

डिब्रूगढ़ में तीन धमाके

डिब्रूगढ़ जिले के ग्राहम बाजार में एक धमाका हुआ, जबकि दूसरा धमाका एटी रोड पर गुरुद्वारा के बगल में हुआ है. तीसरा धमाका ऑयल टाउन दुलियाजन में हुआ है. हालांकि, धमाके में किसी के घायल होने की खबर नहीं मिली है.

ULFA-I ने किया था हड़ताल का आह्वान

26 जनवरी को ULFA-I ने हड़ताल का आह्वान किया था और लोगों को गणतंत्र दिवस समारोह से दूर रहने को कहा था. संगठन ने चेतावनी दी थी कि लोग घर से बाहर न निकलें और समारोह में हिस्सा न लें. इसलिए धमाके के बाद पुलिस ULFA-I पर बम धमाके का सक जता रही थी. अब प्रतिबंधित संगठन ने बम धमाके की जिम्मेदारी ले ली है.

असम में सीएए और एनआरसी का विरोध हो रहा है. सीएए के खिलाफ स्थानीय लोगों ने दिसंबर 2019 से बड़ा आंदोलन छेड़ रखा है. असम में इस दौरान बड़े पैमाने पर हिंसा हुई. पुलिस के साथ आंदोलकारियों की झड़प में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है.

सरकार के सीएए कानून के खिलाफ ही प्रतिबंधित संघठन ने गणतंत्र दिवस का बहिष्कार किया था, जिसके बाद पुलिस को आशंका थी कि प्रतिबंधित संगठन उपद्रव मचा सकती है. अब पुलिस मामले की जांच में जुटी है. असम सरकार ने भी बम धमाके की निंदा की और जांच करने के आदेश दिये हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×