आध्यात्मिक गुरु भैय्यू जी महाराज की खुदकुशी के बाद अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है. भैय्यू जी ने अपनी पूरी प्रॉपर्टी अपने सेवादार विनायक के नाम कर दी है. अभी तक भैय्यू जी की खुदकुशी की वजह प्रॉर्पटी विवाद बताई जा रही थी. ऐसी खबरें आ रही थीं कि भैय्यू जी की प्रॉपर्टी के लिए उनकी दूसरी पत्नी और बेटी के बीच अक्सर लड़ाई होती थी.
भैय्यू जी का सेवादार विनायक पिछले 15 सालों से उनके साथ काम कर रहा था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भैय्यू जी ने अपने सुसाइड नोट में अपनी पूरी प्रॉपर्टी विनायक के नाम करने की बात की है. विनायक भैय्यू जी के बेहद करीब था, यहां तक कि उनको अस्पताल भी वही लेकर गया था.
12 जून को भैय्यू जी ने की थी खुदकुशी
भैय्यू जी ने खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी. पुलिस को सुसाइड नोट मिला था, जिसमें लिखा है- ‘मैं बहुत परेशान होकर दुनिया छोड़ रहा हूं, मौत के बाद मेरे परिवार का खयाल रखें’. पुलिस के मुताबिक, भैय्यू जी पारिवारिक विवाद की वजह से काफी तनाव में चल रहे थे, खुदकुशी की यही वजह है. पुलिस इस मामले में भैय्यू जी के परिवारवालों से भी पूछताछ करेगी.
2015 में की थी दूसरी शादी
साल 2015 में उनकी पहली पत्नी माधवी का निधन हो गया था. इसके बाद उन्होंने सार्वजनिक जीवन से संन्यास का ऐलान कर दिया. 1 साल बाद ही भैय्यू जी ने ग्वालियर की डॉ आयुषी के साथ शादी की थी.
भैय्यू जी के एक प्रभावशाली मराठी आध्यात्मिक गुरु होने के कारण कई पार्टियों के बड़े नेता और कारोबारियों से उनके अच्छे संबंध रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे से भी उनके अच्छे रिश्ते थे.
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