भीमा कोरेगांव मामले पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर सीनियर वकील इंदिरा जयसिंह ने सीजेआई दीपक मिश्रा पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि सीजेआई दीपक मिश्रा ने विदाई से पहले अपनी छवि खराब की है.
शुक्रवार को भीमा-कोरेगांव मामले में फैसला आने के बाद इंदिरा जय सिंह ने ट्वीट कर कहा, 'इंसाफ को बांटा नहीं जा सकता, जेंडर जस्टिस और मानवाधिकार मामले में विपरीत रुख ठीक नहीं है.'
इंदिरा जय सिंह ने अपने ट्वीट में कहा कि भीमा-कोरेगांव मामले में विदाई से पहले सीजेआई दीपक मिश्रा ने अपनी छवि खराब की है.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले के सिलसिले में पांच कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी को लेकर हस्तक्षेप करने से शुक्रवार को इनकार कर दिया था. इतना ही नहीं, कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी की जांच के लिए स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम के गठन से भी इनकार कर दिया.
सीजेआई दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने 2:1 के बहुमत के फैसले में इन कार्यकर्ताओं की तुरंत रिहाई की मांग करने वाली याचिका को ठुकरा दिया. जस्टिस एएम खानविलकर ने सीजेआई दीपक मिश्रा और अपनी ओर से बहुमत का निर्णय सुनाया, जबकि जस्टिस धनन्जय वाई चन्द्रचूड़ ने इससे असहमति जताते हुये अलग फैसला सुनाया.
इतिहासकार रोमिला थापर और कुछ अन्य लोगों ने इन कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारियों को चुनौती दी थी.
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