रामचरितमानस (Ramcharit Manas) को लेकर बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का बयान सुर्खियों में है. शिक्षा मंत्री के बयान से राजनीतिक घमासान तेज हो गया है. बीजेपी के कई नेताओं ने नीतीश कुमार और गठबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
दरअसल, शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पटना में नालंदा ओपन विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए थे, इसी दौरान उन्होंने रामचरितमानस को लेकर बयान दिया. मंत्री ने बुधवार को कहा कि मनुस्मृति समाज को बांटने वाली और नफरत फैलाने वाली किताब है, साथ ही उन्होंने रामचरितमानस के कुछ अंश पर भी सवाल उठाए.
उन्होंने कहा,
''मनुस्मृति में समाज की 85 फीसदी आबादी वाले बड़े तबके के खिलाफ गालियां दी गईं. रामचरितमानस के उत्तर कांड में लिखा है कि नीच जाति के लोग शिक्षा ग्रहण करने के बाद सांप की तरह जहरीले हो जाते हैं. यह नफरत को बोने वाले ग्रंथ हैं. एक युग में मनुस्मृति, दूसरे युग में रामचरितमानस, तीसरे युग में गुरु गोवलकर का बंच ऑफ थॉट, ये सभी देश को, समाज को नफरत में बांटते हैं . नफरत देश को कभी महान नहीं बनाएगी. देश को महान केवल मोहब्बत ही बनाएगी.''
जीभ काटने की धमकी, 10 करोड़ का इनाम
इस मामले में अयोध्या के महंत जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने शिक्षा मंत्री को धमकी दी है. उन्होंने मंत्री के पद को बर्खास्त करने की भी मांग की है. महंत ने कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री की जीभ काटने वाले को वो 10 करोड़ रुपये का इनाम देंगे.
BJP हमलावर
बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर के बयान पर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने जोरदार हमला बोला-''रामचरितमानस सनातन शाश्वत और भारत का एक ज्ञान तंत्र है. रामचरितमानस के बारे में जिस व्यक्ति ने इस बात को कहा है वह अज्ञानी मंत्री हैं. उनको ज्ञान सीखने की आवश्यकता है. मुझे लगता है करोड़ों लोगों की श्रद्धा पर उन्होंने जो चोट पहुंचाई है सनातन धर्मावलंबी कभी भी इस को बर्दाश्त नहीं करेंगे. यह अज्ञानी शिक्षा मंत्री है जिन्हें ज्ञान सीखने की जरूरत है उन्हें माफी मांगना चाहिए देशवासियों से."
नीतीश कुमार बोले- मामले की जानकारी नहीं
शिक्षा मंत्री के बयान पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है. नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने उनका बयान नहीं सुना है. उनसे पूछेंगे कि उन्होंने कहां और क्या बोला?
वहीं आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने शिक्षा मंत्री के बयान पर कहा कि ये उनकी निजी प्रतिक्रिया है. पार्टी का इससे कोई लेना देना नहीं है. बीजेपी नफरत का काम करती है और इसलिए उनके बयान का गलत संदर्भ निकाला गया होगा.
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