ADVERTISEMENTREMOVE AD

‘भगवा’ की परिभाषा को लेकर ट्विटर पर BJP-कांग्रेस में छिड़ी जंग

‘भगवा’ पर कांग्रेस-बीजेपी में जंग

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

बीजेपी-कांग्रेस के बीच 'भगवा' पर बयानबाजी ने अब ट्विटर पर जंग का रूप ले लिया है. प्रियंका गांधी के बयान और फिर बीजेपी के पलटवार के बाद अब फिर बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऑफिस की तरफ से एक ट्वीट किया गया, जिसमें लिखा है कि भगवा कांग्रेस के लिए 'व्यापार' है और 'योगी के लिए प्यार' है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
‘अंतर्मन का उद्गार है भगवा, आस्था का ज्वार है भगवा, सनातनी संस्कार है भगवा, भारत का श्रृंगार है भगवा, जीवन नश्वर, उद्धार है भगवा, कांग्रेस के लिए “व्यापार” है भगवा, हमारे योगी जी का प्यार है भगवा... भगवा की शान योगी जी.’
सीएम ऑफिस के ट्विटर हैंडल से किया गया ट्वीट

सीएम ऑफिस से किए गए इस ट्वीट पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने लिखा कि सिर्फ भगवान नहीं, बल्कि धर्म को धारण भी कीजिए. सुरजेवाला ने लिखा, 'सत्ता का भोग नहीं, वचन की मर्यादा के लिए सत्ता त्याग बनवास चले जाना धर्म को धारण करना है, विष उगलना नहीं, सृष्टि को बचाने के लिए विषपान कर लेना धर्म को धारण करना है, राजधर्म का चीर हरण नहीं, चीर प्रदान करना धर्म को धारण करना है. सिर्फ भगवा नहीं - धर्म को भी धारण कीजिए.'

कहां से शुरू हुई भगवा पर जंग?

प्रियंका गांधी ने 30 दिसंबर को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर खूब निशाना साधा. प्रियंका ने कहा कि योगी ने भगवा धारण किया है, जो हिंदू धर्म का चिन्ह है लेकिन उस धर्म में रंज, हिंसा और बदले की भावना की कोई जगह नहीं है.

इसपर पलटवार करते हुए यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा दिनेश शर्मा ने कहा कि प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री के साथ-साथ भगवा को भी आरोपित कर दिया है.

निरंजन ज्योति को अशोक चव्हाण ने लगाई थी फटकार

केंद्रीय मंत्री निरंजन ज्योति ने प्रियंका गांधी पर हमला बोलते हुए कहा था कि प्रियंका गांधी भगवा नहीं समझ सकतीं, क्योंकि वो ‘नकली गांधी’ हैं. कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने केंद्रीय मंत्री के इस बयान की निंदा करते हुए कहा था किबीजेपी नेताओं को हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जब वो विरोधियों के खिलाफ बयान देते हैं, तो राजनीति में एक स्तर बनाए रखना चाहिए

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×