मध्य प्रदेश के इंदौर में बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय के नगर निगम के कर्मचारी को क्रिकेट बैट से पीटने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब सतना के रामनगर में बीजेपी नेता और नगर परिषद के अध्यक्ष ने साथियों साथ मिलकर सीएमओ (चीफ म्यूनिसिपल ऑफिसर) को दौड़ा-दौड़ाकर लाठी-डंडों से पीटा.
सीएमओ का कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने बीजेपी नेता और नगर परिषद के अध्यक्ष के खिलाफ घोटाले की शिकायत पर जांच शुरू कर दी थी.
क्या है पूरा मामला?
रामनगर के सीएमओ देवरत्नम सोनी ने नगर परिषद अध्यक्ष राम सुशील पटेल के कई फर्जी प्रधानमंत्री आवास के केसों की फाइलें रद्द कर एफआईआर दर्ज करवाई थी. इस मामले में नगर परिषद अध्यक्ष रामसुशील हाई कोर्ट से जमानत पर हैं.
नगर परिषद अध्यक्ष और सीएमओ के बीच इस मामले को लेकर पहले से ही तनाव बना हुआ था. गुरुवार को रामनगर परिषद में पीआईसी की बैठक थी. इस बैठक में नगर परिषद अध्यक्ष ने सीएमओ को पीटने की धमकी दी थी. शुक्रवार को नगर परिषद अध्यक्ष राम सुशील ने अपने आधा दर्जन समर्थकों के साथ मिलकर सीएमओ की लाठी-डंडों से पिटाई कर दी. सीएमओ ने जैसे तैसे दफ्तर से भागकर अपनी जान बचाई.
इस हमले में सीएमओ बुरी तरह घायल हो गए. सीएमओ को फौरन सतना जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां उनका इलाज जारी है.
दोनों तरफ से दर्ज कराई गई रिपोर्ट
इस घटना को लेकर सतना के पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल ने कहा, "सतना नगर परिषद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ,बीजेपी नेता और नगर परिषद अध्यक्ष रामसुशील पटेल और उनके समर्थकों द्वारा किए गए हमले में घायल हो गए हैं. दोनों ने एक दूसरे के खिलाफ केस दर्ज कराया है. रामपटेल भी दावा कर रहे हैं कि उनके साथ मारपीट की गई है. उनका भी बयान दर्ज किया जाएगा. पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच करेगी. जांच के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी."
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