नागरिकता कानून के खिलाफ देशभर के कई हिस्सों में प्रदर्शनों के मद्देनजर उत्तर प्रदेश पुलिस ने राज्य में धारा 144 लागू कर दी है. यूपी डीजीपी ने ट्वीट कर कहा कि 19 दिसंबर को किसी भी प्रदर्शन के लिए अनुमति नहीं दी गई है. बता दें कि आज देश के कई शहरों में अलग-अलग संगठनों ने नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन बुलाया है.
उत्तर प्रदेश के DGP ने ट्वीट कर बताया, ‘UP में धारा 144 लागू है, और 19 दिसंबर के लिए किसी भी सभा के लिए कोई अनुमति नहीं दी गई है. कृपया इसमें भाग न लें. पेरेंट्स से अनुरोध है कि वो अपने बच्चों को समझाए.’
19 दिसंबर को छात्र संगठनों के अलावा समाजवादी पार्टी ने भी घोषणा की है कि वो गुरुवार को CAA के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे. धारा 144 लागू करने को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए समाजवादी पार्टी ने कहा है कि 19 दिसंबर को तय धरना जरूर होगा.
बीजेपी लोकतंत्र और संविधान की सभी मर्यादाओं को तार-तार करने पर तुल गई है. बीजेपी सरकार ने नागरिकता संशोधन एक्ट लाकर देश में बंटवारे की राजनीति को बढ़ावा देने का काम किया है. पूरे देश में इसका जनप्रतिरोध जारी है. केंद्र सरकार ने तानाशाही के साथ अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर भी प्रतिबंध लगाया जा रहा है. घोषित 19 दिसंबर 2019 को समाजवादी पार्टी का शांतिपूर्ण धरना अवश्य होगा.राजेन्द्र चौधरी, प्रवक्ता, समाजवादी पार्टी
कर्नाटक के कई जिलों में धारा 144
CAA के विरोध में कर्नाटक में लेफ्ट विंग और मुस्लिम संगठनों ने गुरुवार को बंद का ऐलान किया है. इसी को देखते हुए राज्य के कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है. बंगलुरू के अलावा कलबुर्गी और मैसूर में भी धरा 144 लागू है.
हालांकि राज्य पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वो घबराए नहीं. स्कूल , बैंक और बाजार खुले रहेंगे, और सभी परिवहन सेवाएं भी हमेशा की तरह उपलब्ध होंगी.
इसके अलावा मंगलुरु और कलबुर्गी में भी तीन दिनों के लिए धारा 144 लगाई गई है. कलबुर्गी में 19 दिसंबर को सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे.
कब से कब तक लागू रहेगी ‘धारा 144’
- बंगलुरू -19 दिसंबर की सुबह 6 बजे से 21 दिसंबर की रात 12 बजे तक
- मंगलुरू -18 दिसंबर की रात 9 बजे से 20 दिसंबर की रात 12 बजे तक
- कलबुर्गी -18 दिसंबर की रात 10 बजे से 21 दिसंबर को दोपहर 12 बजे तक
नागरिकता कानून के खिलाफ देश के कई कोनों से विरोध की आवाजें आ रही हैं. दिल्ली, अलीगढ़, मुंबई, लखनऊ, बनारस समेत कई शहरों में प्रदर्शन किया जा रहा है. दिल्ली की जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में छात्रों और पुलिस की हिंसक झड़प के बाद देशभर के छात्रों ने जामिया स्टूडेंट्स को अपना समर्थन दिया है. वहीं, अमेरिका की 19 प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ने भी छात्रों को सपोर्ट किया है.
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