नागरिकता संशोधन कानून और NRC के विरोध के दौरान वाराणसी में गिरफ्तार हुई एकता को अपनी 15 महीने की मासूम बेटी से आखिरकार मुलाकात हो गई. एकता को कोर्ट से 11 दिन बाद जमानत मिल गई है और वो गुरुवार को जेल से बाहर आ गईं. रिहा होते ही एकता ने सबसे पहले अपनी बेटी से मुलाकात की. एकता ने अपनी बेटी से मिलने के बाद कहा कि मैं अपनी बेटी चंपक के लिए बहुत परेशान थी और ये मेरे लिए बहुत कठिन वक्त था.
बता दें कि 19 दिसंबर को वाराणसी के चेतगंज इलाके में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान चंपक के माता-पिता एकता और रवि शंकर सहित 56 प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. जिसके बाद करीब 11 दिन इन लोगों को जेल में गुजारने पड़े.
बुधवार को वाराणसी में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एस.के. पांडे ने 56 लोगों की जमानत मंजूर कर ली थी. हालांकि शाम हो जाने के कारण बुधवार को उनकी रिहाई नहीं हो पाई थी. कोर्ट ने जमानत के लिए हर जमानती को 25,000 रुपये के दो बॉन्ड भरने के आदेश दिए हैं.
क्या है चंपक की कहानी
चंपक के माता-पिता एकता (32) और रवि शंकर (36) एक्टिविस्ट है, और एनजीओ, क्लाइमेट एजेंडा चलाते हैं. विरोध प्रदर्शन वाले दिन पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें वे भी शामिल थे. पुलिस के मुताबिक, एकता और रवि पर गंभीर आरोप हैं. चंपक के माता-पिता की रिहाई के लिए उनके घर वालों ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी गुहार लगाई थी. परिजनों ने पीएम के संसदीय कार्यालय में एक पत्र दिया और चंपक के मम्मी-पापा को जेल से छोड़ने की अपील की थी.
चंपक की दादी ने क्विंट से बात करते हुए बताया था कि माता-पिता से दूर रहना बच्ची के लिए बहुत मुश्किल हो रहा है. उन्होंने कहा,
“कभी-कभी हम उसे बताते हैं कि उसके माता-पिता काम पर चले गए हैं और जल्द ही वापस आएंगे मां के नहीं रहने की वजह से चंपक अच्छे से खा भी नहीं रही थी.”
फिलहाल चंपक और उसकी मां की मुलाकात दोनों के लिए सबसे बड़ी खुशियों में से एक है.
प्रियंका गांधी ने भी उठाया था सवाल
एकता और उनके पति रवि शेखर की गिरफ्तारी के मामले पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी सवाल उठाया था. प्रियंका ने कहा था, “बीजेपी सरकार ने नागरिक प्रदर्शनों को दबाने के लिए ऐसी अमानवीयता दिखाई है कि एक छोटे से बच्चे को मां-बाप से जुदा कर दिया है. चंचल की तबीयत खराब हो गई है लेकिन बीजेपी सरकार की खराब नियत पर कोई असर नहीं पड़ा है।. चंचल के माता पिता शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के चलते जेल में हैं.”
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