नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में असम में उग्र प्रदर्शन जारी है. बुधवार रात प्रदर्शनकारियों ने चबुआ और पानीटोला रेलवे स्टेशनों पर तोड़फोड़ की और वहां की संपत्तियों में आग लगा दी. डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया रेलवे स्टेशनों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. गुवाहाटी के बाद अब अगले आदेश तक डिब्रूगढ़ जिले में भी कर्फ्यू लगा दिया गया है. इसके अलावा गुवाहाटी में सेना की तैनाती के आदेश दे दिए गए हैं.
सेना की तैनाती
गुवाहाटी में आज रात तक सेना तैनात हो जाएगी. सेना के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल पी खोंगसाई ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा, ‘‘सेना की दो टुकड़ियां तत्काल गुवाहाटी जा रही हैं और वे जल्द ही पहुंच जाएंगी.’’ जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि ये टुकड़ियां शहर में पहुंचते ही तैनात कर दी जाएंगी और ये फ्लैग मार्च करेंगी.
असम में गुवाहाटी नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध का केंद्र है, जहां अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है.
10 जिलों में इंटरनेट बंद
नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर व्यापक विरोध के बीच असम के 10 जिलों में बुधवार की शाम सात बजे से 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी. राज्य सरकार के अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि शांति भंग करने के लिए सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने के लिए इंटरनेट सेवाओं को स्थगित रखा जायेगा. अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह और राजनीतिक विभाग) कुमार संजय कृष्णा द्वारा जारी एक अधिसूचना के मुताबिक लखीमपुर, धेमाजी, तिनसुकिया, डिब्रूगढ़, चराइदेव, शिवसागर, जोरहाट, गोलाघाट, कामरूप (मेट्रो) और कामरूप में इंटरनेट सेवाएं बाधित रहेंगी.
अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘इंटरनेट सेवाएं स्थगित रहेंगी क्योंकि ‘‘फेसबुक, व्हाट्सएप, ट्विटर और यू ट्यूब जैसे सोशल मीडिया मंचों का इस्तेमाल अफवाहों को फैलाने के लिए किया जा सकता है और तस्वीरों तथा वीडियो के जरिये ऐसी सूचनाओं का आदान-प्रदान किये जाने की आशंका है जिससे लोगों की भावनाएं भड़क सकती है या कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है.’’
इसमें कहा गया है कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन हुए हैं और इस तरह के विरोध प्रदर्शन के तेज होने की संभावनाएं है जिससे कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है.
उग्र प्रदर्शन के चलते मुख्यमंत्री गुवाहाटी हवाईअड्डे पर फंसे
नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ हजारों प्रदर्शनकारियों के सड़कों पर प्रदर्शन की वजह से असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल बुधवार को कई घंटों तक गुवाहाटी हवाईअड्डे पर फंसे रहे. विधेयक को बुधवार को राज्यसभा में पेश किया गया. सोनोवाल तेजपुर से राज्य की राजधानी पहुंचे थे. वह लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के वीआईपी लाउंज में फंसे हुए थे, क्योंकि भारी विरोध प्रदर्शन के कारण उनका काफिला बाहर नहीं निकल सका. केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारी बिना शर्त विवादास्पद विधेयक को वापस लेने की मांग कर रहे थे.
असम में हिंसक प्रदर्शन
असम में विरोध प्रदर्शन मंगलवार को शुरू हुआ और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा विधेयक के राज्यसभा में पेश करने के साथ बुधवार को प्रदर्शन और तेज हो गया. प्रदर्शनकारियों ने राज्य सचिवालय की तरफ मार्च करने की कोशिश की और सड़कों पर टायर जलाए और हालात बिगाड़ने की कोशिश की. पुलिस ने रबर की गोलियां और आंसू गैस के गोले दागकर स्थिति को बेकाबू होने से रोकने की कोशिश की. राज्य के विभिन्न भागों से हिंसा की घटनाओं की रिपोर्ट है, जिसमें कई छात्रों सहित कई प्रदर्शनकारियों को पुलिस लाठीचार्ज में चोटें आई हैं. असम में हालात को नियंत्रण में रखने के लिए अर्धसैनिक बलों की 10 कंपनियों की तैनाती की गई है. प्रदर्शनकारियों में ज्यादातर छात्र शामिल हैं जिनकी सुरक्षा बलों के साथ झड़प हुई.
(इनपुट: IANS और भाषा)
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