कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो जब एक हफ्ते की यात्रा पर शनिवार को भारत पहुंचे, तो हवाई अड्डे पर उनके स्वागत के लिए न प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद थे, न कोई कैबिनेट मंत्री. बल्कि वहां कृषि राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह शेखावत मौजूद थे. वहीं रविवार को ट्रुडो जब अपने परिवार के साथ ताज महल का दीदार करने पहुंचे, तो यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी उनका स्वागत करने नहीं पहुंचे. इन वाक्यों के कई तरह के सियासी कयास लगाए जा रहे हैं.
ये रवैया खासतौर पर ऐसे समय में नजर आ रहा है, जब हाल ही में पीएम मोदी प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का स्वागत करने हवाई अड्डे पर पहुंचे. कई और देशों के प्रमुखों का स्वागत भी मोदी ने ऐसे ही किया है.
क्या खालिस्तान मुद्दा है वजह?
दुनियाभर के राजनीतिक विश्लेषकों ने मोदी सरकार के इस रवैये पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. इस घटनाक्रम को खालिस्तान मुद्दे के साथ जोड़कर देखा जा रहा है. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्रूडो के कैबिनेट के कई मंत्रियों पर खलिस्तान समर्थक होने और सिख अलगाववादियों के साथ संबंध होने के आरोप लगाए हैं. उन मंत्रियों में से एक ट्रूडो के साथ भारत आये प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं.
कनाडा के अखबार टोरंटो सन के कॉलमनिस्ट कैंडिस मालकॉम ने सवाल उठाया है कि जब ट्रूडो भारत पहुंचे तो प्रधानमंत्री मोदी उन्हें लेने क्यों नहीं पहुंचे? उन्होंने पीएम मोदी की कुछ तस्वीरें शेयर की हैं. उन तस्वीरों में पीएम मोदी अमेरिका, इजरायल के राष्ट्रपतियों और यूएई के क्राउन प्रिंस का स्वागत करने एयरपोर्ट पर देखे जा सकते हैं.मालकॉम ने ट्रूडो के मौजूदा दौरे की भी तस्वीर साझा की हैं.
लेकिन यह भी तर्क दिया जा रहा है कि मोदी एयरपोर्ट पर ट्रूडो से व्यक्तिगत रूप से इसलिए नहीं मिले क्योंकि कनाडा के साथ भारत के राजनीतिक, सामरिक या आर्थिक संबंधों का उतना महत्त्व नहीं है, जितना अमेरिका, इजरायल या संयुक्त अरब अमीरात के बीच है. वाइस इंडिया के न्यूज एडिटर ने ट्वीट किया है -
योगी भी नहीं मिले ट्रूडो से
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ट्रूडो और उनके परिवार को आगरा में स्वागत नहीं करने का फैसला किया और इसके बजाय जिला मजिस्ट्रेट के साथ बैठक करने का फैसला किया. ट्रूडो और उनका परिवार ताजमहल का दौरा करने के लिए रविवार को आगरा में थे. बता दें कि योगी ने इससे पहले जनवरी में इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से मुलाकात की थी.
रुपाणी ने की मुलाकात
कनाडा के प्रधानमंत्री ने सोमवार शाम गुजरात के एक दिवसीय दौरे से लौटने से पहले मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के साथ मुलाक़ात की. दोनों नेताओं ने गुजरात-कनाडा संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की. रुपाणी ने कनाडाई प्रधान मंत्री को व्हाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल शिखर सम्मेलन, 2019 में अपने देश के प्रतिनिधिमंडल के साथ आमंत्रित किया. ट्रूडो ने भी शिखर सम्मेलन से पहले कनाडा के दौरे के लिए रुपाणी को आमंत्रित किया.
दोनों नेताओं में शिक्षा, उद्योग, स्टार्ट-अप्स और इनोवेशन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर विस्तृत चर्चा हुई. रुपाणी ने गुजरात में कारोबार स्थापित करने के लिए कनाडाई कंपनियों को भी आमंत्रित किया.
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