रेलवे के तत्काल टिकट बुकिंग मामले में सीबीआई ने बड़ा एक्शन लिया है. छापेमारी के दौरान सीबीआई ने अपने असिस्टेंट प्रोग्रामर अजय गर्ग और अनिल कुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया है. अजय एक फर्जी रेलवे टिकट बुकिंग सॉफ्टवेयर के जरिए तत्काल टिकट बुकिंग में धांधली कर रहा था.
सबसे खास बात ये है कि आरोपी रेलवे टिकटों के पेमेंट के लेन देन के लिए दुनिया की वर्चुअल करेंसी मानी जाने वाली बिटकॉइन का इस्तेमाल करता था.
रेलवे टिकट मामले के खिलाफ सीबीआई ने देशभर में कुल 14 जगहों पर छापेमारी की है. इनमें दिल्ली, मुंबई सहित उत्तर प्रदेश के कई शहर शामिल हैं.
सीबीआई ने छापेमारी के दौरान 89 लाख रुपये कैश और 69 लाख रुपये के गहने भी बरामद किए हैं.
कौन है अजय गर्ग?
अजय गर्ग सीबीआई में असिस्टेंट प्रोग्रामर है, जिसने साल 2012 में सीबीआई ज्वाइन की थी. इससे पहले अजय रेलवे की वेबसाइट आईआरसीटीसी में नौकरी करता था. उसे आईआरसीटीसी सिस्टम के बारे में पूरी जानकारी थी. और सीबीआई में आकर उसने अपनी इसी काबिलियत का फायदा उठाया चाहा.
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