हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के रोहतक स्थित घर पर सीबीआई ने छापा मारा है. बताया जा रहा है कि जिस वक्त सीबीआई ने छापा मारा उस वक्त हुड्डा अपने घर पर मौजूद थे. हुड्डा इन दिनों जींद सीट के लिए हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार रणदीप सुरजेवाला के लिए कैंपेनिंग में जुटे हैं.
जानकारी के मुताबिक, ये छापेमारी जमीन आवंटन में हुई गड़बड़ी से संबंधित मामले में हुई है. सीबीआई ने रोहतक के अलावा नई दिल्ली और एनसीआर में 30 अन्य जगहों पर भी छापे मारे हैं.
उधर, सीबीआई की इस छापेमारी पर कांग्रेस विधायक कुलदीप शर्मा ने कहा है कि यह कार्रवाई हुड्डा को जींद उपचुनाव के लिए आज यानी शुक्रवार को होने वाली रैली में शिरकत करने से रोकने के लिए है. जींद उपचुनाव 28 जनवरी को होना है.
शर्मा ने रोहतक में मीडिया से कहा, ‘‘जींद में उपचुनाव होने वाला है और आज (शुक्रवार) एक चुनावी रैली आयोजित की गई है. यह (CBI छापे) होने ही थे और यह उपचुनाव को प्रभावित करने के लिए गलत राजनीतिक मंशा से किया गया है.''
गन्नौर से विधायक शर्मा ने आरोप लगाया, ‘‘बीजेपी सरकार ने यह कदम हुड्डा को रैली में जाने से रोकने के लिए उठाया है.'' हुड्डा कांग्रेस उम्मीदवार रणदीप सिंह सुरजेवाला के पक्ष में जींद में चुनावी रैली को संबोधित करने वाले थे. पूर्व मुख्यमंत्री तथा पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता अहम माने जा रहे इस उपचुनाव में सुरजेवाला के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं.
हुड्डा के खिलाफ दर्ज किया गया नया केस
CBI ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा और अन्य के खिलाफ शुक्रवार को एक नया मामला दर्ज किया है. इसी मामले में सीबीआई ने दिल्ली-एनसीआर में 20 स्थानों पर छापेमारी की है. अधिकारियों ने बताया कि 2009 में गुड़गांव में भूमि आवंटन में हुई कथित अनियमितताओं को लेकर यह मामला दर्ज किया गया है.
छापा जारी रहने की वजह से एजेंसी ने मामले में अन्य कोई भी जानकारी उजागर नहीं की है. सूत्रों के मुताबिक, यह मामला 2009 में भूमि आवंटन में हुई कथित अनियमितताओं से जुड़ा मालूम होता है. उन्होंने बताया कि ऐसे आरोप हैं कि तत्कालीन हरियाणा सरकार की तरफ से 2009 में गुड़गांव में किए गए 1,417 एकड़ जमीन के अधिग्रहण में जबर्दस्त गड़बड़ियां हुई थीं.
बदले की भावना से हुई हुड्डा के यहां छापेमारी: कांग्रेस
कांग्रेस ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के आवास पर सीबीआई के छापे की निंदा की है. कांग्रेस ने कहा है कि चुनाव नजदीक आते ही नरेंद्र मोदी सरकार ने बदले की भावना से यह कार्रवाई की है. पार्टी ने यह भी कहा कि वह सरकार में आने पर उन अधिकारियों की जवाबदेही सुनिश्चित करेगी जो 'प्रधानमंत्री और अमित शाह के इशारे पर' विरोधियों को परेशान कर रहे हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने कहा,
‘प्रधानमंत्री और बीजेपी सरकार की दुर्भावना और प्रतिशोध की भावना एक बार फिर प्रकट हुई है. वह सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल विरोधियों को परेशान करने के लिए कर रही है. सुबह हुड्डा जी के यहां छापेमारी की है. हम उसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. यह बदले की भावना से किया गया है. सरकार की नीयत और नीति खराब है. चुनाव के नजदीक आने के साथ इस तरह की कोशिश बढ़ती जा रहीं हैं. प्रधानमंत्री और बीजेपी यही संदेश देना चाहते हैं कि विपक्ष भयभीत होकर बैठ जाए। देश के लोग भी इसे समझ रहे हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘वह पहले सीबीआई को दुरुस्त कर लेते तो अच्छा होता. हाल में जो विवाद हुआ है, उस कारण इसकी विश्वसनीयता नहीं है.''
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, '' जींद में चुनाव प्रचार आखिरी दौर में है. आज ही हुड्डा जी की वहां रैली थी. क्या यही कारण है कि आज ही छापेमारी की गई?"
सरकारी एजेंसियों को चेतावनी
कांग्रेस नेता ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, ''सरकारी एजेंसियों को कानून के दायरे में काम करना चाहिए. चुनाव नजदीक हैं और सरकार बदलेगी. नयी सरकार में हर उस संस्था और अधिकारी की जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी जो मोदी जी और अमित शाह के इशारे पर विरोधियों को निशाना बना रहे हैं.''
उन्होंने कहा, ''कोई संस्था ऐसी नहीं है जो मोदी जी और अमित शाह के हस्तक्षेप से बची हुई है. हम सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग से डरने वाले नहीं हैं.'' कांग्रेस नेता ने पूछा कि मोदी सरकार बीजेपी के उन नेताओं के खिलाफ सीबीआई का इस्तेमाल क्यों नहीं कर रही है जिन पर गंभीर आरोप हैं ?’
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